इन जिलों में भारी बारिश का अलर्ट। 24 घंटे के लिए चारधाम यात्रा पर रोक
देहरादून। उत्तराखंड में मानसून की दस्तक के साथ ही पूरे प्रदेश में बारिश का सिलसिला जारी है। कई जिलों में मूसलाधार बारिश के चलते मार्ग क्षतिग्रस्त हो गए हैं। भूस्खलन की खबरें भी सामने आ रही है। मौसम विभाग द्वारा 3 जून तक भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है।
उत्तराखंड राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (उत्तराखंड मौसम विभाग) ने आज सुबह एक चेतावनी जारी की है, जो 29 जून को सुबह 9:31 बजे से दोपहर 12:31 बजे तक प्रभावी रहेगा। इस दौरान राज्य के 12 जिलों में अलग-अलग स्थानों पर मौसम का मिज़ाज बिगड़ने की आशंका जताई गई है।
मौसम विभाग के अनुसार, निम्न जिलों में तेज हवाएं चलने और बिजली चमकने की संभावना है:-
- अल्मोड़ा
- बागेश्वर
- चमोली
- चंपावत
- देहरादून
- नैनीताल
- पौड़ी गढ़वाल
- पिथौरागढ़
- रुद्रप्रयाग
- टिहरी गढ़वाल
- उधम सिंह नगर
- उत्तरकाशी
संभावित प्रभावित क्षेत्र
खासकर नैनीताल, पिथौरागढ़, केदारनाथ, जोशीमठ, रानीखेत और इनके आस-पास के इलाकों में मौसम अधिक प्रभावी हो सकता है। इन क्षेत्रों में बिजली चमकने, गरज के साथ छींटे पड़ने और 30-40 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चलने की संभावना है।
मौसम विभाग ने स्थानीय नागरिकों और पर्यटकों से अपील की है कि:
- खुले स्थानों में रहने से बचें
- पेड़ों, खंभों और कमजोर ढांचों के नीचे खड़े न हों।
- बिजली उपकरणों से दूरी बनाएं।
- मौसम की ताजा जानकारी के लिए अपडेट पर नज़र रखें
स्थानीय प्रशासन को अलर्ट पर रहने के निर्देश दिए गए हैं, ताकि किसी भी आपात स्थिति से तुरंत निपटा जा सके। बचाव दलों को भी तैयार रहने को कहा गया है।
24 घंटे के लिए यात्रा पर रोक
देहरादून। उत्तराखंड में चारधाम यात्रा को अगले 24 घंटे के रोक दिया गया है। मौसम विभाग ने उत्तराखंड में भारिश बारिश का रेड अलर्ट जारी किया है। इसको देखते हुए प्रशासन सतर्कता बरत रहा है और फैसला लिया गया है कि यात्रा को 24 घंटे के लिए रोका जाएगा।
वहीं, चार धाम मार्ग पर भी जगह-जगह पर लैंडस्लाइड की घटानाएं भी बढ़ी हैं। ऐसे में यात्रियों को सतर्क रहने और ध्यान से यात्रा करने की अपील की जा रही है।
मौसम विभाग के मुताबिक उत्तराखंड के कई हिस्सों में अगले 24 से 48 घंटों में भारी से अति भारी बारिश की संभावना है। इस कारण चारधाम यात्रा मार्गों पर खतरा बढ़ गया है।
बद्रीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री जैसे प्रमुख तीर्थस्थलों की ओर जाने वाले रास्तों पर भूस्खलन और सड़क जाम की घटनाएं सामने आ रही हैं। प्रशासन ने यात्रियों की सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए यह निर्णय लिया है।
मौसम विभाग ने चमोली, रुद्रप्रयाग, उत्तरकाशी और पिथौरागढ़,नैनीताल, बागेश्वर जैसे जिलों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है।
इन क्षेत्रों में भारी बारिश के साथ-साथ बाढ़ और भूस्खलन का खतरा बना हुआ है। प्रशासन ने नदियों और जलाशयों के आसपास रहने वाले लोगों को भी सतर्क रहने की सलाह दी है।
उत्तराखंड प्रशासन ने यात्रियों से अपील की है कि वे मौसम की स्थिति सामान्य होने तक यात्रा स्थगित रखें। साथ ही, यात्रा के दौरान स्थानीय प्रशासन और पुलिस के दिशा-निर्देशों का पालन करने की सलाह दी गई है।
भूस्खलन के खतरे को देखते हुए पहाड़ी क्षेत्रों में सावधानी बरतने और सुरक्षित स्थानों पर रहने की हिदायत दी गई है। प्रशासन ने सभी जगह NDRF व SDRF की टीमें तैनात की हैं।
यात्रा रोकने के पीछे यही उद्देश्य है कि यात्रियों को बड़े नुकसान से बचाया जा सके। जून के तीसरे सप्ताह से लगातार मौसम बिगड़ रहा है और जिस परकार मौसम के तेवर बने हुए हैं, लग रहा अभी जल्द यात्रा शुरू होने की उम्मीद नहीं है।