बिग ब्रेकिंग: चिलचिलाती धूप और भीषण गर्मी से प्रदेशवासी परेशान, इस मिलेगी राहत। बारिश की संभावना

चिलचिलाती धूप और भीषण गर्मी से प्रदेशवासी परेशान, इस मिलेगी राहत। बारिश की संभावना

Weather Update: उत्तराखंड इन दिनों दो अलग-अलग मौसमी मिजाजों से गुजर रहा है। जहां एक ओर राज्य के मैदानी जिलों में चिलचिलाती धूप और भीषण गर्मी लोगों को बेहाल कर रही है।

वहीं दूसरी ओर पर्वतीय क्षेत्रों में मौसम में बदलाव देखने को मिल रहा है। हल्की बारिश और बादलों की आवाजाही से पहाड़ी इलाकों में लोगों को कुछ हद तक राहत मिल रही है।

हरिद्वार, उधमसिंह नगर, देहरादून और नैनीताल के मैदानी इलाकों मैदानी इलाकों में तापमान तेजी से बढ़ रहा है। मंगलवार को देहरादून का अधिकतम तापमान लगभग 37 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जबकि कुछ अन्य मैदानी क्षेत्रों में तापमान 39 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया।

लगातार तेज धूप और लू जैसी स्थिति के कारण आम जनजीवन प्रभावित हो रहा है। लोगों को दोपहर में बाहर निकलने से बचने की सलाह दी जा रही है।

चमोली, रुद्रप्रयाग और उत्तरकाशी जैसे ऊंचाई वाले जिलों में मौसम का मिजाज बदला हुआ है। इन क्षेत्रों में कहीं-कहीं हल्की बारिश और बादलों की आवाजाही देखी गई, जिससे तापमान में गिरावट दर्ज की गई है। विशेषकर चमोली और रुद्रप्रयाग जिलों में हल्की बारिश के चलते लोगों को गर्मी से राहत मिली है।

मौसम विभाग ने 17 मई को पर्वतीय क्षेत्रों में गरज के साथ बौछारें और अंधड़ की चेतावनी जारी की है। इससे विशेष रूप से चारधाम यात्रा कर रहे श्रद्धालुओं को सतर्क रहने की सलाह दी गई है।

हेमकुंड साहिब और लोकपाल लक्ष्मण मंदिर के पैदल मार्गों पर अभी भी बर्फ जमी हुई है। यात्रियों की सुविधा के लिए सेना द्वारा अटलाकोटी हिमखंड को काटने का कार्य जारी है, ताकि यात्रा के दौरान रास्ता साफ रहे और किसी प्रकार की दिक्कत न हो।

मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार, आने वाले तीन दिनों तक राज्य के अधिकांश क्षेत्रों में मौसम शुष्क बना रहेगा। पर्वतीय इलाकों में कुछ स्थानों पर आंशिक रूप से बादल छाने और हल्की बूंदाबांदी की संभावना बनी हुई है। इसके साथ ही तापमान में तेजी से वृद्धि के आसार हैं।

मौसम विभाग ने सलाह दी है कि वे अत्यधिक गर्मी में सावधानी बरतें, खासकर दोपहर के समय धूप में बाहर निकलने से बचें, पर्याप्त पानी पिएं और बुजुर्गों व बच्चों का विशेष ध्यान रखें। आने वाले दिनों में तापमान के और बढ़ने की चेतावनी को गंभीरता से लेना आवश्यक है।