‘Operation Sindoor’: देखें 140 करोड़ देशवासियों का सीना चौड़ा कर देने वाला सेना का यह वीडियो….
बॉर्डर पर सीज़ फायर का उनलंघन कर रही पाक की नापाक हरकतों का भारतीय सुरक्षा बलों ने मुंह तोड़ जवाब दिया है। जम्मू-कश्मीर और पंजाब में 8 और 9 मई की रात को पाकिस्तान ने ड्रोन से हमले करने की कोशिश की।
इसके जवाब में भारतीय सेना ने आतंकवादी ठिकानों पर हमला किया। सेना ने इन ठिकानों को पूरी तरह से तबाह कर दिया।
ये ठिकाने LOC के पास थे और भारत में आतंकी हमलों की योजना बनाने के लिए इस्तेमाल किए जाते थे। भारतीय सेना के जवानों ने किस तरह पूरे जोश में एक्शन लिया इसका वीडियो शेयर किया गया है। इसमें साफ नजर आ रहा कि कैसे आतंकियों के लॉन्च पैड धुआं-धुआं हो गए।
भारतीय सेना ने शेयर किया वीडियो
भारतीय सेना ने आतंकवादियों के लॉन्चपैड को निशाना बनाया। सेना ने इन ठिकानों को मिट्टी में मिला दिया। ये ठिकाने नियंत्रण रेखा (Line of Control) के करीब थे। यहां से आतंकवादी भारत में हमले करने की योजना बनाते थे।
भारतीय सेना की इस कार्रवाई से आतंकवादियों को बहुत बड़ा नुकसान हुआ है। उनकी ताकत कमजोर हो गई है। जम्मू और कश्मीर और पंजाब में 8 और 9 मई 2025 की रात को पाकिस्तान ने ड्रोन से हमले करने की कोशिश की। इसके जवाब में भारतीय सेना ने एक बड़ा कदम उठाया।
भारतीय सेना ने LoC के पास बने आतंकी ठिकानों पर हमला किया। सेना ने इन ठिकानों को पूरी तरह से तबाह कर दिया। सेना का कहना है कि ये ठिकाने भारत में आतंकी हमलों की योजना बनाने के लिए इस्तेमाल होते थे।
इन ठिकानों से पहले भी कई बार भारत में नागरिकों और सुरक्षा बलों पर हमले हुए हैं। भारतीय सेना ने तेजी से कार्रवाई करते हुए आतंकियों को करारा जवाब दिया है।
भारतीय सेना ने पोस्ट किया Video
ऑपरेशनसिंदूर | भारतीय सेना ने ‘X’ पर पोस्ट किया: “भारतीय सेना ने आतंकवादी लॉन्चपैड को ध्वस्त कर दिया। 08 और 09 मई 2025 की रात को जम्मू और कश्मीर और पंजाब के कई शहरों में ड्रोन हमलों की कोशिश करने के पाकिस्तान के दुस्साहस के जवाब में, #भारतीय सेना ने आतंकवादी लॉन्चपैड पर समन्वित हमला किया, उन्हें नष्ट कर दिया और राख कर दिया।
नियंत्रण रेखा के करीब स्थित आतंकवादी लॉन्चपैड अतीत में भारतीय नागरिकों और सुरक्षा बलों के खिलाफ आतंकवादी हमलों की योजना बनाने और उन्हें अंजाम देने का केंद्र थे।
भारतीय सेना की त्वरित और निर्णायक कार्रवाई ने आतंकवादी बुनियादी ढांचे और क्षमताओं को एक महत्वपूर्ण झटका दिया है।”