लिव इन में रह रही युवती ने अपने प्रेमी को घोंपा चाकू
देहरादून। लिव-इन रिलेशनशिप में रह रहे जोड़ों को आखिर जाने क्या होता जा रहा है। जिस साथ को पाने के लिए वह परिवार से दूर लिव-इन में रह रहे हैं, वही एक-दूसरे के खून के प्यासे बनते जा रहे हैं। लिव-इन रिलेशन के च्यूइंगम रिलेशन में बदलने की एक और खौफनाक कहानी सामने आई है।
उत्तराखंड की राजधानी दून में लिव-इन प्रेमिका ने प्रेमी के सीने में चाकू घोंप डाला। जिससे प्रेमी की मौत हो गई। मृतक प्रेमी युवक के पिता की तहरीर पर रायपुर थाना पुलिस ने युवती के विरुद्ध गैर इरादातन हत्या का मुकदमा दर्ज कर लिया है।
थानाध्यक्ष रायपुर प्रदीप नेगी के अनुसार शिकायतकर्ता देवेंद्र पाल सिंह रावत निवासी नथनपुर नेहरू कालोनी ने बताया कि उनका बेटा अजय रावत (उम्र 27 वर्ष) का राधिका सिंह निवासी खुड़बुड़ा से प्रेम प्रसंग चल रहा था।
परिजन शादी के लिए राजी नहीं हुए तो दोनों 01 साल से परिवार से अलग नेहरूग्राम में लिव-इन रिलेशनशिप में रह रहे थे। अजय के पास फिलहाल कोई रोजगार नहीं था, जबकि राधिका एक कंपनी में अकाउंटेंट का काम करती थी।
पुलिस के अनुसार 26 अप्रैल की शाम राधिका ने अजय की मां ऊषा रावत को फोन करके बताया कि अजय गंभीर हालत में कोरोनेशन अस्पताल में भर्ती है। सूचना पाते ही अजय के परिजन तत्काल अस्पताल पहुंचे तो पता चला कि अजय के सीने में चाकू लगने से मौत हो गई है।
थानाध्यक्ष के अनुसार पूछताछ में राधिका ने बताया कि 26 अप्रैल की शाम 04 बजे के आसपास अजय ने शराब पी रखी थी। शराब पीने को लेकर दोनों के बीच विवाद हो गया।
उसी दौरान छीनाझपटी में सब्जी काटने वाला चाकू अजय के सीने में लग गया, जिस कारण वह गंभीर रूप से घायल हो गया और उसके सीने से काफी खून बहने लगा। उसने आसपास के लोगों को बुलाया, लेकिन अजय की हालत लगातार खराब हो रही थी।
फिर 108 पर कॉल करके एंबुलेंस बुलाई गई और अजय को कोरोनेशन अस्पताल में भर्ती किया है। जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
07 जून को सगाई थी और 02 अक्टूबर को होनी थी शादी
मृतक अजय के पिता देवेंद्र पाल सिंह रावत ने बताया कि उन्हें अजय व राधिका के लिव-इन में रहने की जानकारी मिली तो दोनों के परिवार ने तय किया कि 07 जून को उनकी सगाई कर दी जाए।
साथ ही 02 अक्टूबर को शादी की तिथि भी निश्चित कर दी गई थी। इस समय दोनों के परिवार सगाई की तैयारियों में जुटे थे। लेकिन, होनी को तो कुछ और ही मंजूर था।