केमिकल और मोम से बन रही घटिया आइसक्रीम का पर्दाफाश, फैक्ट्री सील
हल्द्वानी शहर की आबोहवा में घुला यह मीठा ज़हर आखिरकार प्रशासन की पैनी निगाहों से बच नहीं पाया। हल्द्वानी के आवास विकास क्षेत्र में संचालित एक अवैध आइसक्रीम फैक्ट्री में चल रही खतरनाक धांधली का पर्दाफाश हुआ है।
आम लोगों की सेहत के साथ खुलेआम खिलवाड़ करते इस कारखाने पर प्रशासन ने ताबड़तोड़ कार्रवाई की और मौके पर ही फैक्ट्री को सील कर दिया गया।
अपर जिलाधिकारी (एडीएम) की अगुवाई में गठित एक संयुक्त टीम ने बैलेलॉजी लॉज के पास स्थित फैक्ट्री में छापेमारी की।
यहां एक्सपायर्ड केमिकल, मोम और घटिया दर्जे की सामग्री से आइसक्रीम तैयार की जा रही थी। न सिर्फ यह, बल्कि इन आइसक्रीम पर नकली ब्रांडेड स्टीकर लगाकर बाज़ार में बेचा जा रहा था।
फैक्ट्री में जब टीम पहुंची तो वहां का नज़ारा बेहद चौंकाने वाला दिखा, अत्यधिक गंदगी, अस्वच्छ माहौल, और खुले में रखे पदार्थ जो कि किसी भी खाद्य मानक पर खरे नहीं उतरते थे।
यही नहीं, अनधिकृत गैस रिफिलिंग उपकरण भी बरामद किए गए, जिससे बड़ा विस्फोटक खतरा भी हो सकता था। इन हालातों में वहां बनी आइसक्रीम का सेवन करना सीधा सेहत से खिलवाड़ है।
मौके पर विद्युत विभाग, जल संस्थान, जीएसटी और खाद्य सुरक्षा विभाग की टीमें भी बुलाई गईं। तुरंत सैंपल लिए गए, और सभी ज़िम्मेदार एजेंसियों ने फैक्ट्री को सील करने का निर्णय लिया। साथ ही फैक्ट्री मालिक के खिलाफ चालान जारी कर कानूनी प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।
इस छापेमारी में नगर आयुक्त ऋचा सिंह, उपजिलाधिकारी राहुल साह, तहसीलदार मनीषा बिष्ट, और अन्य प्रशासनिक अधिकारी मौजूद रहे।
मौके पर प्रशासन ने स्पष्ट निर्देश दिए कि स्वच्छता नियमों का पालन अनिवार्य रूप से कराया जाए और किसी भी तरह की लापरवाही को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
यह घटना सिर्फ एक फैक्ट्री की नहीं, बल्कि खाद्य सुरक्षा की गहरी समस्या को उजागर करती है। ऐसे मामलों में प्रशासन ने ज़ीरो टॉलरेंस की नीति अपनाने की बात कही है, लेकिन ज़रूरत इस बात की भी है कि आम जनता भी सतर्क रहे, और शक होने पर ऐसे उत्पादों की शिकायत तत्काल करें।