BIS ने संशोधित IS 617:2024 और एल्युमिनियम QCO- जागरूकता एवं अनुपालन पर किया मानक मंथन सत्र का आयोजन
देहरादून। भारतीय मानक ब्यूरो (BIS) देहरादून द्वारा संशोधित मानक IS 617:2024 और एल्युमिनियम एवं एल्युमिनियम मिश्र धातुओं के रिवेरमेल्टिंग और जनरल इंजीनियरिंग प्रयोजनों के लिए कास्टिंग्स पर लागू गुणवत्ता नियंत्रण आदेश (QCO) पर एक इंटरएक्टिव सत्र “मानक मंथन” का आयोजन किया गया।
BIS देहरादून के निदेशक श्री सौरभ तिवारी एवं सिडकुल मैन्युफैक्चरिंग एसोसिएशन के अध्यक्ष श्री हरिंद्र गर्ग द्वारा दीप प्रज्वलन कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया। यह सत्र 1 दिसंबर 2024 से लागू होने वाले इस QCO के तहत उद्योग के हितधारकों को अनुपालन आवश्यकताओं, उद्योग पर प्रभाव और कार्यान्वयन रणनीतियों को समझने में मदद करेगा।
श्री सौरभ तिवारी ने कार्यक्रम के उद्देश्य बताते हुए कहा कि यह सत्र एल्युमिनियम गुणवत्ता नियंत्रण पहल (Aluminium QCI) के बारे में जागरूकता बढ़ाएगा और इसके उत्पाद गुणवत्ता, सुरक्षा एवं नियामक अनुपालन सुनिश्चित करने में भूमिका पर चर्चा करेगा।
श्री हरिंद्र गर्ग ने अपने संबोधन में कहा कि यह कार्यक्रम उद्योग विशेषज्ञों, नीति निर्माताओं और तकनीकी विशेषज्ञों के बीच संवाद को बढ़ावा देगा, जिससे हितधारक विचारों का आदान-प्रदान कर सकेंगे, संदेहों को स्पष्ट कर सकेंगे और उद्योग मानकों को मजबूत करने के लिए सहयोग कर सकेंगे।
इसके अतिरिक्त, BIS द्वारा एक तकनीकी सत्र का भी आयोजन किया गया, जिसमें संशोधित मानक, प्रवर्तन तंत्र और अनुपालन की सर्वोत्तम प्रथाओं के बारे में विस्तृत जानकारी दी गई।
BIS के संयुक्त निदेशक श्री सचिन चौधरी ने प्रेजेंटेशन के माध्यम से विषय से संबंधित महत्वपूर्ण बिंदुओं पर चर्चा की। उन्होंने उद्योग के अनुपालन को बढ़ावा देने, उत्पाद गुणवत्ता में सुधार करने और संशोधित मानकों एवं QCO प्रवर्तन के लिए एक सहज संक्रमण सुनिश्चित करने की आवश्यकता पर बल दिया।
कार्यक्रम में पूर्णानंद पीजी कॉलेज, ऋषिकेश एवं देव संस्कृति विश्वविद्यालय के छात्र एवं शिक्षक उपस्थित रहे। इसके अलावा, एल्युमिनियम इंडस्ट्री के प्रतिनिधियों ने भी सत्र में भाग लिया और अपने विचार साझा किए।