बिग ब्रेकिंग: जिला अध्यक्षों के चुनाव की प्रक्रिया शुरू। भाजपा ने 19 सांगठनिक जिलों में की 57 पर्यवेक्षकों की नियुक्ति

जिला अध्यक्षों के चुनाव की प्रक्रिया शुरू। भाजपा ने 19 सांगठनिक जिलों में की 57 पर्यवेक्षकों की नियुक्ति

देहरादून। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने संगठन पर्व के तहत जिला अध्यक्षों के चुनाव की प्रक्रिया शुरू कर दी है। पार्टी के प्रदेश चुनाव अधिकारी श्री खजान दास ने इस प्रक्रिया के सुचारू संचालन के लिए 19 सांगठनिक जिलों में कुल 57 पर्यवेक्षकों की नियुक्ति की है।

चुनाव प्रक्रिया 21 फरवरी से 28 फरवरी तक चलेगी। इस दौरान प्रत्येक जिले में तीन-तीन पर्यवेक्षकों की टीम तैनात की गई है। उत्तरकाशी, चमोली, रुद्रप्रयाग, टिहरी, देहरादून ग्रामीण, देहरादून महानगर, ऋषिकेश, हरिद्वार, रुड़की, पौड़ी, कोटद्वार, पिथौरागढ़, बागेश्वर, रानीखेत, अल्मोड़ा, चंपावत, नैनीताल, काशीपुर और उधम सिंह नगर जिलों में पर्यवेक्षकों की टीम ने अपना कार्यभार संभाल लिया है।

पर्यवेक्षकों की सूची

  • उत्तरकाशी: हेमंत त्रिवेदी, रमेश गाड़िया, गोविंद अग्रवाल
  • चमोली: शिव सिंह बिष्ट,मेहरबान सिंह रावत,अतर सिंह तोमर
  • रुद्रप्रयाग:पुनीत मित्तल, मधु भट्ट, राम सुंदर नौटियाल
  • टिहरी: विनय रोहेला,अनीता ममगई, ओमवीर सिंह राघव
  • देहरादून ग्रामीण: विनय गोयल, श्याम डोभाल, गीता रावत
  • देहरादून महानगर: दान सिंह रावत, ऋषि कंडवाल,आशीष गुप्ता
  • ऋषिकेश: विश्वास डाबर, विजय कपरवान, रमेश चौहान
  • हरिद्वार: सुरेश भट्ट, अभिमन्यु कुमार, रविंद्र कटारिया
  • रुड़की: सौरभ थपलियाल, नेहा जोशी, बलजीत सोनी
  • पौड़ी: चंडी प्रसाद भट्ट,जोगिंदर पुंडीर, शशांक रावत
  • कोटद्वार: कैलाश पंत, स्वामी यतीश्वरानंद, डॉक्टर स्वराज विद्वान
  • पिथौरागढ़: दीपक मेहरा, अनिल कपूर डब्बू, समीर आर्य
  • बागेश्वर: दीप भगत,अजय वर्मा, राजेंद्र रावत
  • रानीखेत: प्रकाश हरबोला, कुंदन लटवाल, खूब सिंह विकल
  • अल्मोड़ा:बलवंत सिंह भौंर्याल, राकेश नैनवाल, तरुण बंसल
  • चंपावत: दिनेश आर्य, राम मेहरोत्रा, वीरेंद्र वल्दिया
  • नैनीताल:आशा नौटियाल, रवि मोहन अग्रवाल, रामपाल सिंह
  • काशीपुर: डॉक्टर देवेंद्र भसीन, श्री गणेश भंडारी, सुश्री भावना मेहरा
  • उधम सिंह नगर: कुसुम कंडवाल, देवेंद्र ढैला, डॉक्टर जोगिंदर पाल रौतेला

भाजपा प्रदेश मीडिया सह प्रभारी चंदन बिष्ट ने बताया कि यह प्रक्रिया पार्टी के आंतरिक लोकतंत्र को मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। सभी पर्यवेक्षकों को निष्पक्ष और पारदर्शी चुनाव सुनिश्चित करने का निर्देश दिया गया है।