एक्शन: मुठभेड़ के दौरान लापरवाही, दो चौकी इंचार्ज निलंबित

मुठभेड़ के दौरान लापरवाही, दो चौकी इंचार्ज निलंबित

उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में बीते दिन शातिर बदमाश और पुलिस की मुठभेड़ के दौरान पुलिसकर्मियों की गंभीर लापरवाही सामने आने पर एसएसपी अजय सिंह ने तत्काल प्रभाव से दो सब इंस्पेक्टर्स को निलंबित कर दिया है।

बताते चलें अपने पिता की हत्या करने और पत्नी तान्या को गोली मारने के बाद फरार चल रहे शुभम को पकड़ने के लिए मसूरी पहुंची पुलिस टीम की बड़ी चूक सामने आई है।

होम स्टे का दरवाजा खुलवाने के दौरान जब आरोपी ने फायर झोंकी और गोली सीधे दरोगा (सब इंस्पेक्टर) के पेट में लगी तो वहां पर दो और दरोगा भी थे। जिनके पास हथियार भी थे। इसके बाद भी शुभम वहां से भागने में सफल रहा था।

वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) अजय सिंह ने इसे बड़ी चूक माना है। उन्होंने इस मामले में मयूर विहार चौकी इंचार्ज जयवीर सिंह और बालावाला चौकी प्रभारी सुनील नेगी को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया।

पुलिस को पुख्ता सूचना मिली थी कि अपनी पत्नी तान्या को गोली मारने के बाद सोनीपत हरियाणा निवासी शुभम मसूरी में है। एसएसपी अजय सिंह ने बदमाश शुभम को पकड़ने के लिए चौकी इंचार्ज मालदेवता मिथुन कुमार, मयूर विहार चौकी इंचार्ज जयवीर सिंह और बालावाला चौकी प्रभारी सुनील नेगी को पूरा ब्रीफ करके भेजा था। उनके साथ दो कांस्टेबल भी भेजे गए थे।

तीनों चौकी इंचार्जों के पास हथियार भी थे। पूरी तैयारी के साथ गई पुलिस को वह साक्षी होम स्टे भी मिल गया था, जहां शुभम रह रहा था।पुलिस ने योजना के तहत शुभम का दरवाजा भी खुलवाया। दरवाजा चौकी इंचार्ज मिथुन कुमार ने खटखटाया था।

दरवाजा खुलते ही आरोपी शुभम निवासी महावीर कालोनी थाना सिविल लाइन सोनीपत हरियाणा ने उनके पेट में गोली मार दी, जिसके कारण वह गंभीर रूप से घायल हो गए। प्रथम दृष्टया पाया गया कि चौकी इंचार्ज जयवीर सिंह व सुनील नेगी ने बदमाश को पकड़ने के अपेक्षित प्रयास नहीं किए।

पुलिसकर्मी हथियारबंद होने के बावजूद बदमाश वहां से आसानी से निकल गया, जबकि जहां से बदमाश भागा, वहां पर एक ही गैलरी थी। हालांकि, बाद में दूसरी पुलिस टीम ने एनकाउंटर में शुभम को पैर में गोली लगने के बाद कुठालगेट के पास पकड़ लिया था।

एसएसपी अजय सिंह ने बताया कि सोमवार को पूरी घटना का रिव्यू किया गया, जिसके बाद दोनों चौकी इंचार्जों की लापरवाही सामने आई है, जिसके चलते दोनों को निलंबित कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि इस तरह की कार्रवाई के दौरान विशेष सतर्कता बरतने और अत्यधिक सक्रियता की जरूरत होती है। यह सभी प्रशिक्षण के दौरान भी सिखाया जाता है।