ऋषभ पंत के एक्सीडेंट की पुलिस करेगी जांच। अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद ने किया विशेष अनुष्ठान
रिपोर्ट- वंदना गुप्ता
हरिद्वार। सड़क दुर्घटना में घायल हुए भारतीय टीम के क्रिकेट स्टार बल्लेबाज ऋषभ पंत को प्राथमिक उपचार के बाद हायर सेंटर रेफर कर दिया है। आज सुबह करीब 5:15 बजे ऋषभ पंत की कार का एक्सीडेंट हो गया, जब वह दिल्ली से रुड़की स्थित अपने आवास पर आ रहे थे।
कार को वह स्वयं ड्राइव कर रहे थे, ऋषभ पंत की कार नारसन बॉर्डर के पास अनियंत्रित हो गई और रेलिंग को रगड़ते हुए करीब 200 मीटर दूरी तक गई।
सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस ने राहगीरों की मदद से घायल पंत को 108 में बिठाकर रुड़की में बिजौली के समीप स्थित निजी अस्पताल में भर्ती करवाया, उपचार के बाद उन्हें हायर सेंटर रेफर कर दिया गया।
एसएसपी हरिद्वार अजय सिंह का कहना है कि, ऋषभ पंत सुबह दिल्ली से अपने घर रुड़की की ओर आ रहे थे, तभी अचानक ऋषभ पंत की गाड़ी डिवाइडर से टकराई और गाड़ी में आग लग गई।
मौके पर हरियाणा रोडवेज के ड्राइवर द्वारा 112 नंबर पर कॉल की गई। तत्काल मौके पर पहुंची पुलिस ने ऋषभ पंत को स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया। मौके पर ऋषभ पंत का डॉक्टर द्वारा इलाज करने के बाद उन्हें हायर सेंटर रेफर कर दिया गया है।
उनका कहना है कि, यह घटना सुबह कोहरा होने के कारण हुई है, तब भी पुलिस इस मामले में जांच कर रही है।
अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद ने किया विशेष अनुष्ठान
वहीं भारतीय क्रिकेट टीम के स्टार खिलाड़ी ऋषभ पंत दिल्ली से अपने घर रुड़की आते हुए सड़क दुर्घटना में घायल हो गए। इसकी सूचना मिलते ही देशभर में उनके प्रशंसक काफी आहत हुए।
अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत रविंद्रपुरी द्वारा ऋषभ पंत के जल्द स्वस्थ होने के लिए मां मनसा देवी मंदिर पर विशेष पूजा अर्चना की गई।
साथ ही मां मनसा देवी मंदिर में ऋषभ पंत के लिए तब तक अनुष्ठान किया जाएगा, जब तक ऋषभ पंत पूरी तरह से स्वस्थ नहीं हो जाते।
अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत रवींद्र पुरी का कहना है कि, ऋषभ पंत उत्तराखंड के रत्न है। क्रिकेट के अच्छे खिलाड़ी है। जब हमें सुबह उनकी सड़क दुर्घटना में घायल होने की सूचना प्राप्त हुई, इससे हमें काफी दुख पहुंचा।
इसलिए हमारे द्वारा मां मनसा देवी मंदिर में उनके लिए विशेष पूजा अर्चना की गईआ। मां मनसा देवी मंदिर में ऋषभ पंत के लिए तब तक अनुष्ठान किया जाएगा, जब तक वह पूरी तरह से स्वस्थ नहीं हो जाते।