अविमुक्तेश्वरानंद ने दिया विवादित बयान। कहा सही नहीं हुआ देश का बटवारा
– दिल्ली और लखनऊ की घटना को बताया निंदनीय
रिपोर्ट- वंदना गुप्ता
हरिद्वार। भारत की राजनीति में हिंदू मुस्लिम का विवाद हर चुनाव में देखने को मिलता है। चुनाव में सभी राजनीतिक पार्टियां अपने-अपने तरीके से हिंदू-मुस्लिम वोटरों को लुभाने का कार्य करती है।
देश आजाद होने के वक्त भारत और पाकिस्तान का बंटवारा हुआ था, बड़ी संख्या में मुस्लिम पाकिस्तान गए थे तो पाकिस्तान क्षेत्र में रहने वाले हिंदू भारत आए थे।
ज्योतिष पीठ के शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद ने इसको लेकर अपनी बड़ी प्रतिक्रिया दी है। उनका कहना है कि, विभाजन के वक्त मुस्लिम धर्म के लोग पाकिस्तान चले गए थे मगर काफी संख्या में आज भी मुस्लिम समाज के लोग भारत में रह रहे हैं।
अगर इसी तरह विभाजन करना था, तो फिर अखंड भारत ही सही था। वही दिल्ली और लखनऊ की घटना को लेकर शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद ने जनता से अपील की है कि, ऐसी घटनाएं रोकने के लिए सबको जागरूक होना पड़ेगा।
देश का बंटवारा 1947 में हुआ मगर आज भी हिंदू मुस्लिम को लेकर राजनीतिक कम होने का नाम नहीं ले रही है। सनातन परंपरा के सर्वोच्च पद पर आसीन ज्योतिष पीठ के शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद का कहना है कि, भारत और पाकिस्तान का बंटवारा इसी शत पर हुआ था कि, दोनों देश आपस में ना लड़े और उस वक्त हिंदुओं का देश अलग बना और मुस्लिमों का देश अलग बनाया गया।
बटवारा होने के बाद सभी मुस्लिमों को पाकिस्तान जाना चाहिए था, मगर इतने साल बाद भी वह नहीं गए साल बाद नहीं गए हमारा कहना है कि, वह सभी पाकिस्तान जाए अगर नहीं जाते हैं तो देश के विभाजन को रद्द किया जाए, जिससे अखंड भारत बन सके।
दिल्ली और लखनऊ में लड़की की बड़ी बेरहमी से हत्या की गई और हत्यारा दूसरे समुदाय का है। इस मामले पर शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद का कहना है कि, इस तरह की घटना काफी निंदनीय है। ऐसी घटना सुनकर दिल दहल जाता है।
देश में ऐसी कई घटनाएं हो रही है, जो बहन चली गई हम उसको वापस तो नहीं ला सकते। मगर इस तरह की घटनाओं से सबक जरूर सीख सकते हैं। हम अपने देश की बहनों से अपील करते हैं कि, ऐसी घटनाओं को देखकर सभी जागरूक हो, जिससे भविष्य में ऐसी घटना ना घटित हो सके।