भ्रष्ट अधिकारियों पर मेहरबान सरकार। बिजली खरीद के खेल में सरकार का खुला संरक्षण
– शुरुआती दौर में ही हर मोर्चे पर विफल हुई सरकार
– वनाग्नि रोकने में सरकार नाकाम
– पुलिस-नेताओं के संरक्षण में खूब फल-फूल रहा नशे का कारोबार
– गृह मंत्रालय की बागडोर खुद सीएम के हाथ, फिर भी सरकार नाकाम
विकासनगर। सरकार शुरुआती दौर में ही चोर-लुटेरों एवं भ्रष्ट अधिकारियों पर अंकुश लगाने में नाकाम साबित हो रही है। यह आलम तब है, जब गृह मंत्रालय स्वयं मुख्यमंत्री के पास है। चोर-लुटेरे सरेआम चोरी/लूट को अंजाम दे रहे हैं, महिलाओं की चैन लूटी जा रही है, लेकिन सरकार तमाशबीन बनी हुई है।
बता दें कि, एक प्रेसवार्ता के दौरान जन संघर्ष मोर्चा अध्यक्ष रघुनाथ सिंह नेगी ने यह बात कही। उन्होंने कहा कि, प्रदेश की वन संपदा एवं जीव-जंतु खाक हो चुके हैं, लेकिन सरकार के पास कोई एक्शन प्लान नहीं है।
प्रदेश में बाजार से बिजली खरीद के नाम पर खेल हो रहा है, जिसकी सारी नाकामी सरकार की है, जिसने समय रहते लाइन लॉस कम करने की दिशा में कोई काम नहीं किया।
नेगी ने कहा कि, सरकार भ्रष्टाचार के मामले में बड़े-बड़े दावे कर रही है, लेकिन भ्रष्ट अधिकारियों को खुला संरक्षण देकर प्रदेश की गाढ़ी कमाई को लुटाया जा रहा है।
प्रदेश में नशे का कारोबार पुलिस एवं नेताओं के संरक्षण में खूब फल फूल रहा है, युवा नशे की गिरफ्त में अपना जीवन बर्बाद कर रहे हैं तथा परिवार के परिवार इसका दंश झेल रहे हैं, लेकिन इस मामले में भी सरकार सोई हुई है।
पत्रकार वार्ता में जनसंघर्ष मोर्चा के अध्यक्ष रघुनाथ सिंह नेगी, प्रवीण शर्मा पिन्नी व गुरविंदर सिंह आदि मौजूद थे।