अपडेट: मौसम विभाग का पूर्वानुमान। उत्तराखंड के मैदानी क्षेत्रों सहित पहाड़ की वादियों में पड़ेगी झमाझम बारिश

मौसम विभाग का पूर्वानुमान। उत्तराखंड के मैदानी क्षेत्रों सहित पहाड़ की वादियों में पड़ेगी झमाझम बारिश

देहरादून। अप्रैल में ही झुलसा देने वाली गर्मी के बीच मौसम विभाग की ओर से सुखद खबर सामने आ रही है। यदि मौसम विभाग का पूर्वानुमान सटीक बैठा तो आने वाली तीन मई को उत्तराखंड के मैदानी क्षेत्रों सहित पहाड़ की वादियों में भी झमाझम बारिश से राहत मिल सकती है।

बताते चलें कि, इन दिनों भयानक गर्मी पड़ रही है। अप्रैल में ही जून जितनी गर्मी का एहसास हो रहा है। बीते दिवस हरिद्वार में ही 40 डिग्री तापमान पाया गया था, जिसने पिछले पांच दशकों का रिकार्ड तोड़ डाला। तेज गर्मी के बीच उत्तराखंड के पहाड़ों में वनाग्नि भी धधक रही है।

जिससे तापमान में और बढ़ौतरी हो रही है। वन विभाग भी बारिश की ओर टकटकी लगाए बैठा है कि कब आसमान से बारिश की बूंदें गिरे और कब वनाग्नि से राहत मिल सके।

इधर मौसम विज्ञान केंद्र देहरादून के निदेशक एवं वरिष्ठ मौसम विज्ञानी विक्रम सिंह के अनुसार पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय हैं। जिससे पर्वतीय क्षेत्रों में स्थानीय हवाओं का संचार हो रहा है। ऐसे में उत्तराखंड के मैदानी क्षेत्रों के साथ ही पहाड़ों इलाकों में भी बारिश की प्रबल संभावना बन रही है। हालांकि इसका सटीक अनुमान आगामी 48 घंटों में ही स्पष्ट हो पाएगा।

देहरादून के आसमान में बादल छाए रहंगे। पर्वतीय क्षेत्रों चमोली, पिथौरागढ़, उत्तरकाशी, रुद्रप्रयाग, बागेश्वर में तेज गर्जन के साथ-साथ हल्की से मध्यम बारिश के आसार हैं। कहीं कहीं बारिश के साथ आसमान से गर्जन के साथ आकाशीय बिजली गिरने की भी संभावना बन रही है। इसके अलावा कई स्थानों पर 30 से 40 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चल सकती हैं।

इन दिनों सर्वाधिक हरिद्वार और ऊधमसिंहनगर जिलों के साथ ही हल्द्वानी और देहरादून में सर्वाधिक गर्मी का एहसास हो रहा है। इसके पीछे अत्यधिक ट्रैफिक भी एक कारण माना जा रहा है। इसके अलावा पहाड़ी जिलों में भी सूरज की तपिश दिनोंदिन बढ़ती जा रही है।

पर्वतीय क्षेत्रों के ग्रामीणों का कहना है कि ऐसी गर्मी तो जून मध्य में पड़ती थी, किंतु इस बार इतना अधिक तापमान अप्रैल में ही पहुंच गया है। बहरहाल, इस वक्त प्रदेशवासियों की निगाहें मौसम विभाग की भविष्यवाणी पर टिकी हुई हैं। अब देखना यह होगा कि, बारिश की बौछारें गर्मी से उत्तराखंडवासियों को कितनी राहत दिला पाती हैं!