यहां विजिलेंस के साथ ड्रग इंस्पेक्टर की संयुक्त छापेमारी। पांच मेडिकल स्टोर समेत एक क्लिनिक सील
हरिद्वार जिले में नकली और नशीली दवाओं की बिक्री का सिलसिला जारी है। कई बार ड्रग इंस्पेक्टर द्वारा दुकानों में छापेमारी की गई। बीते दिनों भी ड्रग इंस्पेक्टर ने कुछ दुकानों को सील किया था। जिसके बाद अब फिर ड्रग इंस्पेक्टर अनीता भारती की नशीली और प्रतिबंधित दवाओं के विरुद्ध की गई कार्रवाई ने मेडिकल संचालकों के होश उड़ा दिए है।
जानकारी के अनुसार ड्रग इंस्पेक्टर अनीता भारती ने अपने विभाग की विजिलेंस टीम के साथ धनपुरा, घिसअपुरा, एकड़ कला, सराय, ज्वालापुर स्थित मेडिकल स्टोर पर छापेमारी की है। इस दौरान मेडिकल स्टोर पर अनियमितता के साथ-सथ एक्सपायर डेट की दवाइयों को बेचने की जैसी बड़ी खामियां पाई गई है। जिसमें पांच मेडिकल स्टोरों पर सीज की कार्रवाई भी की गई है।
ड्रग इंस्पेक्टर अनीता भारती की छापेमारी के दौरान मेडिकल संचालकों में हड़कंप मचा रहा। कई संचालक अपने मेडिकल स्टोरों के शटर डाउन करके भागते हुए भी नजर आए हैं।
वहीं जानकारी देते हुए ड्रग इंस्पेक्टर अनीता भारती ने बताया कि, काफी दिनों से इन क्षेत्रों की बिना अनुमति के मेडिकल स्टोर खोलें जाने और झोलाछाप बिना अनुमति के मरीजों को भर्ती कर उनका इलाज करने की लगातार शिकायत मिल रही थी। इसी क्रम में आज लगभग 15 हॉस्पिटल क्लीनिक और मेडिकल स्टोरों का निरीक्षण किया गया है।
निरीक्षण के दौरान कुछ स्वयं मेडिकल स्टोर संचालक मरीजों को ड्रिप लगाते मिले हैं। जिनके विरूद्ध वैधानिक कार्रवाई की गई है। उन्होंने बताया कि, निरीक्षण के दौरान कई जगह एक्सपायरी डेट और प्रतिबंधित दवाओं की बिक्री करने के मामले भी सामने आए हैं। जिसके चलते पांच मेडिकल स्टोर और क्लीनिक पर सील की कार्रवाई की गई है।
तो वही टीम द्वारा मेडिकल स्टोर संचालकों को दवाइयों के रखरखाव और नारकोटिक दवाइयों के विक्रय का पूर्ण विवरण रजिस्टर अंकित करने के निर्देश भी दिए गए हैं। क्योंकि दवाइयों की गुणवत्ता उनके रख रखाव पर निर्भर करती है।
जोकि तापमान, नमी और धूल से प्रभावित हो जाती है। ऐसे में दवाइयों की गुणवत्ता भी प्रभावित होती है। इस दौरान विजिलेंस से एसआई जगदीश रतूड़ी, संजय नेगी, योगेन्द्र सिंह भी शामिल रहे।