विशेष रिपोर्ट: नववर्ष, पर्यटन और विकास की रफ्तार। नैनीताल–रामनगर–मसूरी में जश्न, भीड़ और सौगातें

नववर्ष, पर्यटन और विकास की रफ्तार। नैनीताल–रामनगर–मसूरी में जश्न, भीड़ और सौगातें

देहरादून। उत्तराखंड में नववर्ष से पहले पर्यटन, संस्कृति और विकास गतिविधियों ने एक साथ रफ्तार पकड़ ली है। सरोवर नगरी नैनीताल में जहां सैलानियों की जबरदस्त आमद से पर्यटन कारोबार चमक उठा है।

वहीं रामनगर में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने विकास योजनाओं की झड़ी लगाई। उधर, मसूरी में विंटर लाइन कार्निवाल ने संस्कृति और संगीत के रंग बिखेर दिए हैं।

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नैनीताल में सैलानियों की बहार

नए साल के स्वागत के लिए नैनीताल दुल्हन की तरह सजा हुआ है। मॉल रोड पर आकर्षक लाइटिंग की गई है और पर्यटकों के मनोरंजन के लिए डीजे की व्यवस्था भी की गई है। वीकेंड पर देशभर से पहुंचे पर्यटक मॉल रोड, नैनीझील, स्नोव्यू, हिमालय दर्शन और चिड़ियाघर जैसे स्थलों पर दिनभर घूमते नजर आए।

होटल एसोसिएशन के अनुसार, शहर के होटल 70 से 80 प्रतिशत तक पैक हो चुके हैं, जबकि कई होमस्टे और गेस्ट हाउस पूरी तरह फुल हो गए हैं।

मैदानी इलाकों में कोहरा और प्रदूषण बढ़ने के कारण बड़ी संख्या में पर्यटक पहाड़ों का रुख कर रहे हैं। पर्यटकों का कहना है कि नैनीताल का मौसम सुहावना है और यहां धूप के बीच ठंड का आनंद अलग ही अनुभव देता है।

बढ़ती भीड़ के चलते शहर में जाम की स्थिति भी बन रही है, जिसे देखते हुए प्रशासन ने शटल सेवा की व्यवस्था की है।

रामनगर में विकास को मिली नई गति

रामनगर के कोटाबाग क्षेत्र में आयोजित घोड़ा लाइब्रेरी ‘पहाड़ पंछ्याण’ महोत्सव 2025 में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शिरकत की। इस दौरान उन्होंने नैनीताल जिले और विधानसभा कालाढूंगी के लिए 114 करोड़ रुपये से अधिक की विकास योजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास किया।

इन योजनाओं में सड़क चौड़ीकरण, पुल निर्माण, विद्युत परियोजनाएं, स्कूल, कॉलेज और धार्मिक स्थलों के सौंदर्यीकरण जैसे कार्य शामिल हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार का लक्ष्य पर्वतीय क्षेत्रों में शिक्षा, संस्कृति और बुनियादी ढांचे को समान रूप से सशक्त करना है।

मसूरी में संस्कृति और संगीत का संगम

‘पहाड़ों की रानी’ मसूरी में आयोजित विंटर लाइन कार्निवाल ने एक बार फिर संस्कृति और पर्यटन को नई पहचान दी। कार्निवाल के दौरान हिमाचली लोक गायक विक्की चौहान और भोजपुरी कलाकार सुरेश कुशवाहा की प्रस्तुतियों ने दर्शकों को झूमने पर मजबूर कर दिया।

स्थानीय प्रशासन और नगर पालिका का कहना है कि ऐसे आयोजनों से न केवल पर्यटन को बढ़ावा मिल रहा है, बल्कि स्थानीय कलाकारों, व्यापारियों और कारीगरों को भी आर्थिक संबल मिल रहा है।

पर्यटन से अर्थव्यवस्था को संबल

नववर्ष से पहले उत्तराखंड के प्रमुख पर्यटन स्थलों पर बढ़ी रौनक से यह साफ है कि विंटर टूरिज्म अब राज्य की अर्थव्यवस्था की मजबूत रीढ़ बनता जा रहा है। पर्यटन, संस्कृति और विकास की ये संयुक्त गतिविधियां राज्य को वर्षभर सक्रिय रखने की दिशा में अहम साबित हो रही हैं।