उत्तराखंड में गोलीकांड, मारपीट और फर्जी वीडियो पर पुलिस सख्त। पढ़ें….
हरिद्वार। उत्तराखंड में बीते 24 घंटों के भीतर सामने आए कई गंभीर मामलों ने कानून-व्यवस्था को लेकर प्रशासन की सक्रियता बढ़ा दी है।
लक्सर में पेशी पर ले जाए जा रहे कुख्यात बदमाश पर गोलीबारी, काशीपुर में कश्मीरी शॉल विक्रेता से मारपीट और 2027 विधानसभा चुनाव से पहले आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के दुरुपयोग जैसे मामलों में पुलिस ने सख्त कार्रवाई की है।
लक्सर गोलीकांड: आरोपी गिरफ्तार, पुलिसकर्मियों पर गिरी गाज
हरिद्वार के लक्सर कोतवाली क्षेत्र स्थित फ्लाईओवर पर पेशी के दौरान बदमाश विनय त्यागी पर गोली चलाने वाले दोनों आरोपियों को पुलिस ने 24 घंटे के भीतर गिरफ्तार कर लिया है। आरोपियों की पहचान सन्नी यादव उर्फ शेरा और अजय के रूप में हुई है। दोनों के खिलाफ कई आपराधिक मुकदमे दर्ज हैं।
प्रारंभिक जांच में पेशी ड्यूटी में लापरवाही सामने आने पर एक दरोगा और दो सिपाहियों को निलंबित कर दिया गया है। वहीं घायल विनय त्यागी की जान बचाकर समय पर अस्पताल पहुंचाने वाले एक सिपाही और चालक को इनाम देने की घोषणा की गई है।
एसएसपी प्रमेंद्र सिंह डोबाल ने बताया कि घटना के हर पहलू की गहन जांच की जा रही है और किसी भी तरह की मदद करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होगी।
पुरानी रंजिश में किया गया हमला
पुलिस पूछताछ में सामने आया है कि मुख्य आरोपी सन्नी यादव पहले विनय त्यागी की गैंग में शामिल था। पैसों के विवाद को लेकर दोनों के बीच पुरानी दुश्मनी थी, इसी रंजिश के चलते वारदात को अंजाम दिया गया।
काशीपुर मारपीट मामला: FIR दर्ज, आरोपी हिरासत में
उधम सिंह नगर जिले के काशीपुर में कश्मीरी शॉल विक्रेता से मारपीट के वायरल वीडियो मामले में पुलिस ने FIR दर्ज कर आरोपियों को हिरासत में ले लिया है।
एसएसपी मणिकांत मिश्रा ने मामले को गंभीर बताते हुए वीडियो को सोशल मीडिया से हटाने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि सामाजिक सौहार्द बिगाड़ने वाले किसी भी कृत्य को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और दोषियों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई होगी।
2027 चुनाव से पहले AI दुरुपयोग पर साइबर पुलिस अलर्ट
देहरादून में 2027 विधानसभा चुनाव से पहले आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के दुरुपयोग को लेकर साइबर पुलिस सतर्क हो गई है। पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत द्वारा AI से छवि खराब करने की शिकायत के बाद साइबर पुलिस ने कार्रवाई तेज कर दी है।
साइबर पुलिस के एएसपी कुश मिश्रा ने बताया कि फर्जी वीडियो, डीपफेक ऑडियो और एडिटेड कंटेंट पर बीएनएस की सख्त धाराओं में कार्रवाई की जाएगी। साथ ही AI टूल्स के माध्यम से URL ट्रैक कर ऐसे मामलों में दोषियों तक पहुंच बनाई जा रही है।
पुलिस का संदेश साफ
पुलिस अधिकारियों का कहना है कि अपराध, सांप्रदायिक तनाव और डिजिटल दुष्प्रचार तीनों पर जीरो टॉलरेंस नीति अपनाई जाएगी। प्रदेश में शांति, सुरक्षा और लोकतांत्रिक व्यवस्था बनाए रखना प्रशासन की सर्वोच्च प्राथमिकता है।


