उत्तराखंड में अपराध, हादसे और आग की घटनाओं से हड़कंप। पढ़ें चार बड़ी खबरें एक क्लिक में….
देहरादून। उत्तराखंड के विभिन्न जिलों से सामने आई आपराधिक घटनाओं, सड़क हादसों और आगजनी की वारदातों ने प्रदेश की कानून-व्यवस्था और जनसुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
बीते कुछ दिनों में हुई इन घटनाओं में कई लोग गंभीर रूप से घायल हुए हैं, जबकि कुछ मामलों ने मानव संवेदनाओं को झकझोर कर रख दिया है।
हरिद्वार के कनखल क्षेत्र में पारिवारिक विवाद ने हिंसक रूप ले लिया, जहां एक महिला ने अपने कथित प्रेमी और अन्य लोगों के साथ मिलकर पति और बहनोई पर जानलेवा हमला करा दिया।
लोहे के सरिए और डंडों से किए गए हमले में दोनों गंभीर रूप से घायल हुए। पुलिस ने पत्नी समेत पांच नामजद और एक अज्ञात आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
रुड़की के मंगलौर कोतवाली क्षेत्र के लिब्बरहेड़ी गांव में स्थित एक कबाड़ गोदाम में देर रात अचानक भीषण आग लग गई। आग की ऊंची लपटों और धुएं से पूरे इलाके में अफरा-तफरी मच गई।
दमकल विभाग ने कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। प्रारंभिक जांच में आग लगने का कारण विद्युत लाइन में शॉर्ट सर्किट बताया गया है। हालांकि इस घटना में कोई जनहानि नहीं हुई, लेकिन भारी आर्थिक नुकसान की आशंका जताई जा रही है।
नैनीताल के तल्लीताल फांसी गदेरा क्षेत्र में तेज रफ्तार कार ने तीन मजदूरों को कुचल दिया। हादसे के बाद चालक वाहन छोड़कर फरार हो गया।
स्थानीय लोगों की मदद से घायलों को बीडी पांडे अस्पताल पहुंचाया गया, जहां एक की हालत गंभीर बनी हुई है। पुलिस के अनुसार वाहन एक पुलिसकर्मी चला रहा था, जिसकी तलाश के लिए विशेष टीम गठित कर दी गई है।
टिहरी जिले के बालगंगा तहसील क्षेत्र से सामने आई घटना ने पूरे इलाके को स्तब्ध कर दिया। पारिवारिक विवाद में छोटे भाई पर धारदार हथियार से हमला किया गया, जिससे संक्रमण फैलने पर उसके दोनों हाथ काटने पड़े।
पुलिस ने पीड़ित की शिकायत पर बड़े भाई और भाभी को गिरफ्तार कर लिया है। मामले में फॉरेंसिक जांच के साथ कानूनी कार्रवाई जारी है।
लगातार घट रही इन घटनाओं ने प्रदेश में कानून-व्यवस्था, पारिवारिक हिंसा और सार्वजनिक सुरक्षा को लेकर गहरी चिंता पैदा कर दी है। प्रशासन और पुलिस ने सभी मामलों में निष्पक्ष जांच और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई का आश्वासन दिया है।


