उत्तराखंड में उत्सव और विकास का संगम। नैनीताल में विंटर कार्निवाल की धूम, देहरादून में सहकारिता मेले का शुभारंभ

उत्तराखंड में उत्सव और विकास का संगम। नैनीताल में विंटर कार्निवाल की धूम, देहरादून में सहकारिता मेले का शुभारंभ

देहरादून। उत्तराखंड में पर्यटन और विकास की झलक एक साथ देखने को मिल रही है। जहां सरोवर नगरी नैनीताल में विंटर कार्निवाल का रंगारंग आगाज़ हुआ, वहीं राजधानी देहरादून में सहकारिता मेले के शुभारंभ के साथ आत्मनिर्भरता और सहकारिता को बढ़ावा देने की पहल शुरू हुई।

नैनीताल में आयोजित विंटर कार्निवाल का उद्घाटन विधायक सरिता आर्या ने किया। तल्लीताल डाट से मल्लीताल तक सांस्कृतिक झांकियों की भव्य रैली निकाली गई, जिसे विधायक सरिता आर्या और एडीएम विवेक रॉय ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।

रैली में आर्मी बैंड, पुलिस बैंड, स्कूली बैंडों के साथ-साथ धारचूला, मुनस्यारी और दारमा घाटी से आए रंग और जौहर समाज के सांस्कृतिक दलों ने पारंपरिक वेशभूषा में शानदार प्रस्तुतियां दीं।

माल रोड पर अमरोहा से आए सिख समुदाय के कलाकारों द्वारा प्रस्तुत गतका ने दर्शकों को आकर्षित किया। वहीं उत्तराखंड के प्रसिद्ध लोकपर्व हिलजात्रा के मुख्य पात्र लाखिया भूत की प्रस्तुति कार्निवाल का खास आकर्षण रही।

पर्यटन को बढ़ावा देने के उद्देश्य से सेलिंग रिगाटा का आयोजन किया गया। सायंकाल तल्लीताल बोट स्टैंड, नैनादेवी मंदिर और बोट हाउस क्लब से दीपदान किया गया, जबकि हनुमानगढ़ी में विंटर लाइन फोटोग्राफी प्रतियोगिता आयोजित हुई।

देर शाम स्टार नाइट में परमिश वर्मा, खुशी जोशी, नीरज मिश्रा, राकेश खानवाल और चारु सेमवाल की प्रस्तुतियों ने समां बांधा। बड़ी संख्या में पहुंचे पर्यटकों ने कार्यक्रमों का भरपूर आनंद लिया।

वहीं राजधानी देहरादून में अंतरराष्ट्रीय सहकारिता वर्ष 2025 और उत्तराखंड राज्य स्थापना की रजत जयंती के अवसर पर आयोजित सहकारिता मेले का उद्घाटन मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने किया।

इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने महिला सहकारिता समितियों और महिला स्वयं सहायता समूहों को 5-5 लाख रुपये के ब्याजमुक्त ऋण के चेक वितरित किए।

मुख्यमंत्री ने कहा कि सहकारिता मेला केवल उत्पादों के प्रदर्शन का मंच नहीं, बल्कि यह उत्तराखंड की सहकारिता शक्ति, ग्रामीण आत्मनिर्भरता और सामाजिक सहयोग का सशक्त प्रतीक है।

उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में ‘सहकार से समृद्धि’ के संकल्प को आगे बढ़ाते हुए देश में अलग सहकारिता मंत्रालय का गठन किया गया है। उत्तराखंड सहकारिता सुधारों में अग्रणी राज्य बन चुका है, जहां प्रदेश की सभी 670 सहकारी समितियां डिजिटल हो चुकी हैं।

सीएम धामी ने कहा कि दीनदयाल उपाध्याय सहकारिता किसान कल्याण योजना के तहत किसानों, महिला स्वयं सहायता समूहों और सहकारी संस्थाओं को ब्याजमुक्त ऋण देकर आत्मनिर्भर बनाया जा रहा है।

महिला सशक्तिकरण पर विशेष जोर देते हुए उन्होंने कहा कि महिला सहकारिता समितियों और स्वयं सहायता समूहों को प्राथमिकता दी जा रही है, जिससे महिलाएं आत्मनिर्भर बनकर राज्य की अर्थव्यवस्था को मजबूत कर रही हैं।