ATS कॉलोनी में बढ़ी बिल्डर की कथित दबंगई, अब स्टेट GST के सहायक आयुक्त ने लगाए गंभीर आरोप
रिपोर्ट- राजकुमार धीमान
देहरादून की एटीएस कॉलोनी में बिल्डर की कथित दबंगई का मामला लगातार गंभीर होता जा रहा है। आवासीय समिति के अध्यक्ष अजय सिंह के साथ मारपीट और अभद्रता के बाद अब राज्य कर विभाग (स्टेट जीएसटी) में तैनात सहायक आयुक्त अंजनी कुमार सिंह ने भी बिल्डर पुनीत अग्रवाल पर गंभीर आरोप लगाए हैं। इस संबंध में अंजनी कुमार सिंह ने रायपुर थाने में तहरीर देकर कार्रवाई की मांग की है।
सहायक आयुक्त अंजनी कुमार सिंह के अनुसार, शुक्रवार देर रात वह अपने एक परिचित के निर्माणाधीन भवन वाले प्लॉट की ओर जा रहे थे। इसी दौरान उन्होंने देखा कि बिल्डर पुनीत अग्रवाल और उसके सहयोगी आवासीय समिति के अध्यक्ष अजय सिंह के साथ मारपीट कर रहे थे।
हालात की गंभीरता को देखते हुए उन्होंने साक्ष्य जुटाने के उद्देश्य से घटना का वीडियो बनाना शुरू किया, लेकिन यह बात बिल्डर और उसके साथियों को नागवार गुजरी।
आरोप है कि इसके बाद बिल्डर और उसके सहयोगी उनके पास पहुंचे, मोबाइल फोन छीनकर फेंक दिया और उनके साथ भी अभद्र व्यवहार किया। विवाद बढ़ने पर कॉलोनी के अन्य निवासी और सुरक्षा कर्मी मौके पर पहुंचे, लेकिन तब तक माहौल तनावपूर्ण हो चुका था।
तहरीर में यह भी आरोप लगाया गया है कि बिल्डर ने मौके पर मौजूद अन्य लोगों के साथ भी बदसलूकी और अभद्रता की।
इस पूरी घटना से एटीएस कॉलोनी के निवासियों में भारी रोष व्याप्त है। सहायक आयुक्त अंजनी कुमार सिंह ने अपनी शिकायत में स्पष्ट किया है कि यह मामला केवल व्यक्तिगत विवाद का नहीं, बल्कि कॉलोनी की शांति और कानून-व्यवस्था से जुड़ा गंभीर विषय है। उन्होंने पुलिस से मारपीट, अभद्रता और धमकी देने के आरोपों में मुकदमा दर्ज कर सख्त कार्रवाई की मांग की है।
पुलिस पर भी धमकाने का आरोप
तहरीर में यह भी उल्लेख किया गया है कि घटना के बाद कुछ पुलिस कर्मी उनके आवास पर पहुंचे और उन्हें आवासीय समिति के अध्यक्ष अजय सिंह के पास चलने को कहा।
अंजनी कुमार सिंह के अनुसार, उन्होंने मेडिकल परीक्षण की बात कही, लेकिन पत्नी की तबीयत खराब होने का हवाला देने पर पुलिस कर्मियों ने कथित तौर पर धमकी भरे लहजे में कहा कि वे अब वारंट लेकर आएंगे।
उठ रहे सवाल
एटीएस जैसी पॉश कॉलोनी में लगातार सामने आ रही इन घटनाओं ने पुलिस और प्रशासन की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े कर दिए हैं। अब देखना होगा कि पुलिस इस मामले में कितनी तेजी और सख्ती से कार्रवाई करती है, या फिर यह मामला भी दबाव और रसूख की भेंट चढ़ जाएगा।


