बड़ी खबर: उत्तराखंड की सियासत में घमासान! देहरादून में BJP विधायकों में टकराव, रुद्रप्रयाग में स्टेडियम निर्माण को लेकर उग्र विरोध

उत्तराखंड की सियासत में घमासान! देहरादून में BJP विधायकों में टकराव, रुद्रप्रयाग में स्टेडियम निर्माण को लेकर उग्र विरोध

देहरादून। उत्तराखंड में विधानसभा चुनाव भले ही अभी दूर हों, लेकिन राजनीतिक सरगर्मियां तेज होती नजर आ रही हैं। एक ओर देहरादून में सत्तारूढ़ भाजपा के ही दो विधायकों के बीच विकास कार्य को लेकर खुला टकराव सामने आया है।

वहीं रुद्रप्रयाग जिले में प्रस्तावित स्पोर्ट्स स्टेडियम के निर्माण को लेकर स्थानीय लोगों का विरोध उग्र हो गया, जहां केदारनाथ विधायक को करीब दो घंटे तक आंदोलनकारियों ने घेरे रखा।

देहरादून में ‘हरे पुल’ को लेकर BJP विधायकों में आमना-सामना

राजधानी देहरादून की धर्मपुर और रायपुर विधानसभा को जोड़ने वाले दीपनगर–केदारपुरम हरे पुल के निर्माण को लेकर भाजपा के दो विधायकों के बीच तनातनी देखने को मिली।

धर्मपुर विधायक विनोद चमोली द्वारा प्रस्तावित और स्वीकृत पुल निर्माण कार्य को रायपुर विधायक उमेश शर्मा काऊ ने मौके पर पहुंचकर रुकवा दिया, जिससे मामला तूल पकड़ गया।

स्थानीय पार्षद दिनेश कुमार सती ने इस कदम पर हैरानी जताते हुए कहा कि यह पुल लंबे समय से जनता की मांग रहा है और क्षेत्र में बढ़ते यातायात को देखते हुए बेहद जरूरी है। उनका कहना है कि बिना विधायक की जानकारी के निर्माण संभव नहीं था, ऐसे में अचानक काम रुकवाना चौंकाने वाला है।

दोनों विधायकों के अलग-अलग तर्क

धर्मपुर विधायक विनोद चमोली ने कहा कि उन्हें नहीं लगता कि रायपुर विधायक पुल निर्माण के खिलाफ हैं, संभव है कि उन्हें किसी बिंदु पर संदेह हो, जिसे आपसी संवाद से सुलझा लिया जाएगा।

वहीं रायपुर विधायक उमेश शर्मा काऊ ने फोन पर बताया कि वे विकास के नाम पर विनाश नहीं होने देंगे। उनके अनुसार यह पुल पहले वर्ष 2013-14 में 1.90 करोड़ की लागत से स्वीकृत हुआ था, जबकि अब 3.5 करोड़ रुपये खर्च किए जा रहे हैं।

उन्होंने निर्माण एजेंसी पर बिना अनुमति पुराने लोहे के पुल को हटाने, मंदिर परिसर में गंदा पानी छोड़ने और सड़क चौड़ाई की जरूरत से ज्यादा पुल बनाने के आरोप लगाए।

कार्यदायी संस्था के अधिशासी अभियंता नीरज त्रिपाठी ने स्पष्ट किया कि यह डेढ़ लेन का मोटर पुल है, जो धर्मपुर विधानसभा के अंतर्गत स्वीकृत है और विभागीय रिकॉर्ड में पुराने पुल का कोई उल्लेख नहीं है।

रुद्रप्रयाग में स्टेडियम निर्माण को लेकर उग्र आंदोलन

उधर, रुद्रप्रयाग जिले के अगस्त्यमुनि में प्रस्तावित स्पोर्ट्स स्टेडियम के निर्माण को लेकर स्थानीय लोगों का विरोध सोमवार को उग्र हो गया। निर्माण कार्य दोबारा शुरू होते ही आंदोलनकारी मौके पर पहुंच गए और केदारनाथ विधायक आशा नौटियाल समेत जनप्रतिनिधियों का घेराव कर दिया।

प्रदर्शनकारियों का कहना है कि जिस भूमि पर स्टेडियम बनाया जा रहा है, वह मुनि महाराज और अगस्त्य ऋषि से जुड़ी पवित्र एवं ऐतिहासिक भूमि है, जहां किसी भी प्रकार का निर्माण स्वीकार नहीं किया जाएगा। महिलाओं ने आयोजन स्थल का मुख्य गेट बंद कर दिया, जिससे स्थिति तनावपूर्ण हो गई।

विधायक को दो घंटे तक घेरे रखा, मामला राजनीतिक रंग में बदला

आंदोलनकारियों ने विधायक आशा नौटियाल को करीब दो घंटे तक अपने घेरे में रखा और निर्माण स्थल पर ले जाने की मांग करते रहे। मौके पर पहुंचने के बाद नारेबाजी और बहस तेज हो गई, वहीं कुछ लोग दूसरे नेता के समर्थन में नारे लगाने लगे, जिससे पूरा घटनाक्रम राजनीतिक रंग लेता नजर आया।

स्थिति को देखते हुए प्रशासन सतर्क रहा। तहसीलदार ऊखीमठ रमेश रावत ने बताया कि पूरे घटनाक्रम की सूचना जिलाधिकारी को दे दी गई है और आगे की कार्रवाई उनके निर्देशों के अनुसार होगी।

विधायक आशा नौटियाल ने आंदोलनकारियों को आश्वासन दिया कि उनकी आपत्तियों पर गंभीरता से विचार कर समाधान का प्रयास किया जाएगा।

सोर्स:- ETV भारत