देहरादून में बड़ा जमीन घोटाला। 27 लोगों पर मुकदमा दर्ज
रिपोर्ट- अमित भट्ट
देहरादून। दून में भूमाफिया कितने बेखौफ हो चुके हैं, इसका ताज़ा और चौंकाने वाला मामला सामने आया है। एनआरआई 80 वर्षीय बुजुर्ग महिला की लगभग 6 बीघा पुश्तैनी जमीन पर माफिया गैंग ने न सिर्फ कब्ज़ा किया, बल्कि उस पर प्लॉटिंग कर करोड़ों में सौदे भी कर डाले।
जब महिला इस मामले की जानकारी मिलने के बाद अमेरिका से देहरादून पहुंचीं तो अपनी पूरी जमीन पर बने मकान, फाउंडेशन और कटे हुए प्लॉट देखकर स्तब्ध रह गईं।
फर्जी बैनामों का जाल, महिला को लगा बड़ा झटका
शिकायतकर्ता नीलम मिसाल, उम्र 80 वर्ष, निवासी महारानी बाग (दिल्ली), लंबे समय से अमेरिका में रहती हैं। इसी दौरान भूमाफिया ने उनकी भारुवाला ग्रांट स्थित पैतृक जमीन पर फर्जी दस्तावेज तैयार कर कब्ज़ा कर लिया और उसे बेच भी दिया।
सब-रजिस्ट्रार कार्यालय से जब उन्होंने दस्तावेज निकलवाए तो पूरे फर्जीवाड़े का नेटवर्क सामने आ गया। मामला क्लेमेनटाउन थाने पहुंचा, जहां पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए 27 आरोपितों के खिलाफ गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है।
महिला ने कानूनी प्रक्रिया के लिए जीशान निवासी चंडीघेर, जिला सहारनपुर को अपना प्रतिनिधि नियुक्त किया है।
27 आरोपितों पर केस, बड़ा गिरोह सक्रिय होने के संकेत
क्लेमेनटाउन थानाध्यक्ष मोहन सिंह के मुताबिक जिन लोगों पर मुकदमा दर्ज किया गया है, उनमें सेख साद उल्ला, इरफान हैदर, नदीम खान, शेख फारुख उल्ला, इमरान फरीदी, मोहम्मद इमरान, खुर्शीद अहमद, मोहम्मद सुलताना, वसीम खान, अजहर अली, सरफराज अहमद, सलीम अहमद, मोहम्मद जाहिद, मन्नान, शेख उमान उल्ला, नौशाद अहमद, चरण सिंह चौधरी, मुमताज जहां, हसीब, अंजुम निशा, जावेद खान, मौसीम, मोहम्मद अरशद, शादाब हुसैन, नसीम और वसीम शामिल हैं।
इन पर धोखाधड़ी, फर्जी दस्तावेज तैयार करने, भूमि कब्ज़ा करने जैसी संगीन धाराओं में मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है।
नेटवर्क और बड़ा, पुलिस को और नाम जुड़ने की आशंका
पुलिस का मानना है कि यह एक संगठित भूमाफिया रैकेट है, जो लंबे समय से देहरादून और आसपास के इलाकों में बाहरी राज्यों के लोगों के साथ मिलकर जाली कागजात बनाकर जमीन हड़पने का काम कर रहा है। शुरुआती जांच में कई कड़ियां सामने आई हैं और पुलिस ने संकेत दिए हैं कि आगे जांच में और नाम सामने आ सकते हैं।


