बड़ी खबर: पूर्व विधायक चैंपियन के बेटे दिव्य प्रताप की बढ़ीं मुश्किलें, लैंड क्रूजर पर 5 साल में 28 चालान का खुलासा

पूर्व विधायक चैंपियन के बेटे दिव्य प्रताप की बढ़ीं मुश्किलें, लैंड क्रूजर पर 5 साल में 28 चालान का खुलासा

देहरादून। पूर्व विधायक और भाजपा नेता कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन के बेटे दिव्य प्रताप सिंह पर बढ़ती कानूनी मुश्किलों के बीच अब उनके वाहन से जुड़ा एक नया खुलासा सामने आया है।

एस. रामास्वामी के बेटे आर. यशोवर्धन से मारपीट के मामले में नामजद होने के बाद अब उनकी लैंड क्रूजर कार के पिछले पांच साल के चालान रिकॉर्ड ने भी सवाल खड़े कर दिए हैं।

लैंड क्रूजर UK07DN0001 पर 28 चालान दर्ज

एम परिवहन ऐप के अनुसार, दिव्य प्रताप सिंह द्वारा उपयोग की जाने वाली लैंड क्रूजर कार UK07DN0001 पर पिछले 5 वर्षों में कुल 28 चालान दर्ज हैं।
इनमें—

  • 27 चालान ओवरस्पीडिंग के
  • 1 चालान प्रदूषण प्रमाणपत्र (PUC) नवीनीकरण न होने का है।

इनमें से एक डिजिटल पेमेंट अभी भी पेंडिंग स्थिति में दिख रहा है।

दिल्ली से लेकर हरियाणा तक, चार राज्यों में कटा चालान

चालानों का रिकॉर्ड बताता है कि दिव्य प्रताप की कार कई राज्यों में नियमों का उल्लंघन करती पकड़ी गई

  • दिल्ली – 2021: 2 चालान, 2022: 1 चालान, 2023: 5 चालान, 2024: 1 चालान, 2025: 1 चालान
  • उत्तर प्रदेश – 2021: 1 चालान, 2023: 5 चालान, 2024: 4 चालान, 2025: 1 चालान
  • उत्तराखंड – 2024: 1 ओवरस्पीडिंग, 2025: 3 चालान (इनमें 1 पॉल्यूशन से संबंधित)
  • हरियाणा – 2025: 3 ओवरस्पीडिंग चालान

रिकॉर्ड से साफ है कि वाहन लगातार तेज गति से चलाया जा रहा था और ट्रैफिक नियमों का पालन बार-बार नहीं किया गया।

मारपीट कांड के बाद बढ़ा वाहन का विवाद

15 नवंबर की रात आर. यशोवर्धन के साथ मारपीट के दौरान दिव्य प्रताप सिंह इसी लैंड क्रूजर में मौजूद थे। अब इस वाहन का लंबा चालान रिकॉर्ड भी चर्चा का विषय बन गया है। साथ ही, मारपीट मामले में लाइसेंसी हथियार निरस्तीकरण की प्रक्रिया भी शुरू हो चुकी है।

चालान पर ARTO का पक्ष

देहरादून एआरटीओ नवीन सिंह ने बताया कि, “किसी चालान के बाद भुगतान के लिए 6 महीने का समय दिया जाता है। उसके बाद विभाग चालान को न्यायालय भेज देता है। आगे की कार्रवाई वहीं से की जाती है।”

कानूनी घेरा कसता हुआ

मारपीट मामले, FIR, लाइसेंसी हथियारों की कार्रवाई और अब वाहन पर लगे 28 चालानों ने दिव्य प्रताप सिंह की मुश्किलें और बढ़ा दी हैं। यह मामला अब कई स्तरों पर जांच और निगरानी में है।