बदरीनाथ–केदारनाथ सहित ऊंचाई वाले इलाकों में बर्फबारी, निर्माण कार्य प्रभावित
देहरादून। उत्तराखंड में मौसम का रुख एक बार फिर बदल गया है। पश्चिमी विक्षोभ के असर से राज्य के ऊंचाई वाले क्षेत्रों में बर्फबारी शुरू हो गई है। बदरीनाथ, केदारनाथ, हेमकुंड साहिब और फूलों की घाटी में बर्फबारी होने से पर्वत श्रृंखलाएँ सफेद चादर में लिपट गई हैं। वहीं, निचले क्षेत्रों में भी ठंड बढ़ गई है।
बदरीनाथ में सीजन की पहली बर्फबारी
बदरीनाथ धाम में मंगलवार को सीजन की पहली बर्फबारी दर्ज की गई। बर्फबारी के बाद यहां पहुंच रहे श्रद्धालुओं के चेहरे खिल उठे हैं। धाम के कपाट 25 नवंबर को बंद होने वाले हैं, लेकिन उसके बावजूद बड़ी संख्या में श्रद्धालु दर्शन के लिए पहुंच रहे हैं।
स्थानीय लोगों के अनुसार, बर्फबारी के बाद धाम में सुबह–शाम तापमान माइनस में जा रहा है। बदरीनाथ के साथ ही हेमकुंड साहिब और फूलों की घाटी भी बर्फ से लकदक हो गई है।
इससे पर्यटन कारोबारियों में भी उत्साह दिख रहा है। उनका मानना है कि बर्फबारी से सर्दियों के पर्यटन सीजन और शीतकालीन चारधाम यात्रा को गति मिलेगी।
केदारनाथ में दूसरी बर्फबारी, निर्माण कार्य रुके
केदारनाथ धाम में सीजन की दूसरी बर्फबारी हुई है। लगातार गिर रही बर्फ ने धाम में जारी पुनर्निर्माण कार्यों पर रोक लगा दी है। धाम में एक फीट तक बर्फ जम चुकी है, जिसके चलते निर्माण उपकरणों और भारी वाहनों की आवाजाही भी प्रभावित हुई है।
कपाट बंद होने के बाद धाम में अब केवल आईटीबीपी के जवान, निर्माण कार्यों में जुटे मजदूर और कुछ साधु-संत मौजूद हैं। अत्यधिक ठंड के बीच सुरक्षाकर्मी अपनी ड्यूटी निभा रहे हैं।
पुलिस अधीक्षक अक्षय प्रहलाद कोंडे ने बताया कि, “धाम में दो दिनों से लगातार बर्फबारी हो रही है और ठंड भी काफी बढ़ गई है। सुरक्षा व्यवस्था सामान्य है। मजदूरों को आवश्यक सामग्री उपलब्ध कराई गई है। यदि बर्फबारी का दौर जारी रहता है तो मजदूरों को सोनप्रयाग भेजा जाएगा।”
निचले इलाकों में ठंड बढ़ी
ऊंचाई वाले इलाकों में बर्फबारी के बाद निचले क्षेत्रों में भी पारा गिरने लगा है। सुबह–शाम लोग अलाव का सहारा ले रहे हैं। मौसम विभाग के मुताबिक, पहाड़ी क्षेत्रों में बर्फबारी का दौर रुक-रुक कर जारी रह सकता है।
मौसम विभाग का पूर्वानुमान
देहरादून स्थित मौसम विज्ञान केंद्र ने पहले ही पांच नवंबर से पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने की संभावना जताई थी। वैज्ञानिक रोहित थपलियाल ने बताया कि, विक्षोभ के असर से उत्तराखंड में बारिश और बर्फबारी के आसार बने थे।
विभाग के अनुसार, 6 नवंबर के बाद राज्य में मौसम फिर से शुष्क हो सकता है।

