रुद्रप्रयाग में गुलदार के हमले से किसान की मौत, गांव में दहशत। विधायक ने की यह मांग
रुद्रप्रयाग। जनपद के ग्राम पंचायत जौंदला में बुधवार तड़के एक दर्दनाक हादसे ने पूरे क्षेत्र को दहला दिया। सुबह-सुबह गुलदार के हमले में किसान मनवर सिंह बिष्ट (54 वर्ष) की मौत हो गई। घटना के बाद गांव में भय और आक्रोश का माहौल है।
सुबह गौशाला जाते वक्त हुआ हमला
जानकारी के अनुसार, बुधवार सुबह करीब पांच बजे मनवर सिंह बिष्ट अपनी गौशाला की ओर गए थे, लेकिन देर तक वापस नहीं लौटे।
परिजनों ने तलाश शुरू की तो गौशाला के पास खून के निशान मिले। ग्रामीणों ने खोजबीन की तो करीब 200 मीटर दूर उनका शव क्षत-विक्षत अवस्था में मिला।
परिवार में कोहराम
ग्राम प्रधान अनिल नेगी और ग्रामीण देवेंद्र चमोली ने बताया कि मनवर सिंह परिवार के एकमात्र कमाऊ सदस्य थे।
- उनकी बेटी की शादी हो चुकी है।
- बेटा देहरादून में पढ़ाई कर रहा है।
किसान की मौत से परिवार पर आर्थिक और भावनात्मक दोनों तरह का गहरा आघात पहुंचा है।
जनप्रतिनिधियों की मांग
घटना की जानकारी मिलते ही विधायक भरत सिंह चौधरी और पालिका अध्यक्ष संतोष रावत मौके पर पहुंचे।
उन्होंने प्रशासन से मांग की कि,
- गुलदार को आदमखोर घोषित किया जाए।
- गांव में पिंजरा लगाया जाए।
- मृतक के परिवार के एक सदस्य को रोजगार उपलब्ध कराया जाए।
वन विभाग की कार्रवाई
डीएफओ रजत सुमन ने बताया कि विभाग ने पीड़ित परिवार को तात्कालिक मुआवजे के रूप में ₹1.80 लाख का चेक सौंपा है।
गांव में पिंजरा लगाने का कार्य शुरू कर दिया गया है।
साथ ही क्विक रिस्पांस टीम (QRT) और रैपिड रिस्पांस टीम (RRT) को मौके पर तैनात किया गया है।
गुलदार के लार के सैंपल जांच के लिए भेजे गए हैं ताकि उसकी पहचान सुनिश्चित की जा सके।
स्थानीय ग्रामीणों का कहना है कि क्षेत्र में लगातार गुलदार की सक्रियता बढ़ी है, जिससे ग्रामीण रात में खेतों या गौशालाओं की ओर जाने से डर रहे हैं। लोगों ने वन विभाग से तत्काल कार्रवाई और स्थायी समाधान की मांग की है ताकि आगे कोई और जान न जाए।

