अपराध: उत्तराखंड तीन दर्दनाक घटनाओं से सन्न। पंतनगर में आत्महत्या, रुड़की में मारपीट, हल्द्वानी में हादसे से मातम

उत्तराखंड तीन दर्दनाक घटनाओं से सन्न। पंतनगर में आत्महत्या, रुड़की में मारपीट, हल्द्वानी में हादसे से मातम

देहरादून। उत्तराखंड के अलग-अलग जिलों से बुधवार को तीन ऐसी घटनाएं सामने आईं, जिन्होंने समाज को झकझोर कर रख दिया।

कहीं एक 18 वर्षीय युवती ने फांसी लगाकर जीवन समाप्त कर लिया, तो कहीं एक बच्ची को थप्पड़ मारने पर दो पक्षों में लाठी-डंडे चल गए। वहीं हल्द्वानी में सड़क पार करती एक युवती तेज रफ्तार इनोवा की चपेट में आकर मौत के मुंह में चली गई।

1- पंतनगर: छठ पूजा के अगले दिन 18 वर्षीय दुर्गावती ने की आत्महत्या

पंतनगर की चकफेरी कॉलोनी में बुधवार सुबह सनसनी फैल गई, जब 18 वर्षीय दुर्गावती यादव पुत्री हरिकेश यादव ने अपने ही घर में साड़ी के सहारे फांसी लगाकर जान दे दी।

जानकारी के अनुसार, दुर्गावती के पिता विश्वविद्यालय में ठेके पर सुरक्षा गार्ड हैं। सुबह ड्यूटी से लौटने के बाद उन्होंने बेटी को जगाया, जिसके बाद वह गोठ में चली गई। कुछ देर बाद जब वह बाहर नहीं आई तो परिजनों ने देखा कि वह फंदे से झूल रही थी।

उसे तुरंत अस्पताल ले जाया गया, लेकिन डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। मंगलवार को ही दुर्गावती ने छठ पूजा मनाई थी और सामान्य व्यवहार कर रही थी। कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और जांच जारी है।

2- रुड़की: साइकिल टकराने पर बच्ची को पीटा। दो पक्षों में भिड़ंत, तीन गिरफ्तार

हरिद्वार जिले के रुड़की क्षेत्र के तेलीवाला गांव में इंसानियत को शर्मसार करने वाली घटना सामने आई। एक मासूम बच्ची साइकिल से घर जा रही थी, तभी उसका साइकिल पड़ोसी मोहम्मद इकराम से हल्के से टकरा गया।

इकराम ने गुस्से में बच्ची के गाल पर कई थप्पड़ जड़ दिए। बच्ची रोती हुई घर पहुंची तो परिजनों ने सीसीटीवी फुटेज देखा, जिसमें पूरी घटना दर्ज थी। इसके बाद दोनों पक्षों में झगड़ा हुआ और लाठी-डंडे चल गए।

पुलिस ने स्वत: संज्ञान लेते हुए मोहम्मद इकराम, मोहम्मद आरिफ और शरियत को गिरफ्तार किया है। तीनों के खिलाफ शांति भंग करने के आरोप में मुकदमा दर्ज किया गया है।

3- हल्द्वनी: तेज रफ्तार इनोवा की टक्कर से 23 वर्षीय युवती की मौत

हल्द्वनी में बरेली रोड पर गांधी इंटर कॉलेज के पास 23 वर्षीय शहनाज नाम की युवती को इनोवा कार ने जोरदार टक्कर मार दी। टक्कर इतनी तेज थी कि युवती कई फीट उछलकर सड़क पर जा गिरी।

प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, युवती अपने घर के लिए सड़क पार कर रही थी जब हादसा हुआ। उसे गंभीर हालत में एसटीएच अस्पताल ले जाया गया, जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। मृतका के भाई ने बताया कि मेडिकल चौकी में तहरीर देने के बावजूद पुलिस ने कार्रवाई नहीं की।

एसपी सिटी प्रकाश चंद्र ने बताया कि मुकदमा दर्ज किया जाएगा और सीसीटीवी फुटेज के आधार पर आरोपी चालक की तलाश की जा रही है।

तीन घटनाओं ने उठाए सवाल – कब सुधरेगा सिस्टम?

इन तीनों घटनाओं ने फिर यह सवाल खड़ा कर दिया है कि आखिर उत्तराखंड में आमजन की सुरक्षा और संवेदनशीलता की स्थिति इतनी कमजोर क्यों होती जा रही है?

एक ओर मानसिक स्वास्थ्य और पारिवारिक संवाद की कमी युवाओं को आत्महत्या की ओर धकेल रही है, तो दूसरी ओर समाज में आक्रोश और असहिष्णुता बढ़ती जा रही है। वहीं पुलिस और प्रशासनिक उदासीनता दुर्घटनाओं को और त्रासद बना देती है।