विज्ञान ने खोले भारत के वन्य जीवन के रहस्य। DNA से हाथियों की गिनती, अरुणाचल में मिलीं 12 नई प्रजातियां
- देहरादून और पूर्वोत्तर भारत से दो ऐतिहासिक वैज्ञानिक उपलब्धियां, देशभर के हाथियों की सटीक गणना और अरुणाचल प्रदेश के वर्षा वनों में अनदेखी जीव प्रजातियों का खुलासा।
देहरादून। भारत ने वन्य जीवन संरक्षण में दो ऐतिहासिक उपलब्धियां दर्ज की हैं। पहली, देश में पहली बार डीएनए-आधारित अखिल भारतीय हाथी गणना पूरी हुई, जिससे अब हाथियों की संख्या और उनकी व्यक्तिगत पहचान वैज्ञानिक रूप से तय की जा सकेगी।
दूसरी, अरुणाचल प्रदेश के वर्षा वनों में 12 नई प्रजातियों छिपकली, मेंढक और सांप की खोज हुई, जिससे भारत की जैव विविधता को नया दस्तावेज़ मिला।
डीएनए तकनीक से हाथियों की सटीक गिनती
भारतीय वन्यजीव संस्थान (WII), देहरादून में आयोजित वार्षिक शोध संगोष्ठी में इस ऐतिहासिक रिपोर्ट का विमोचन किया गया। डीएनए मार्क-रिकैप्चर तकनीक के माध्यम से हाथियों के मल के नमूनों से उनकी जीन पहचान (Genetic ID) तैयार की गई। इससे अब हर हाथी की अद्वितीय पहचान संभव होगी।
नई गणना के अनुसार देश में हाथियों की अनुमानित संख्या 22,446 है, जिसमें दक्षिण और पूर्वोत्तर भारत में सबसे अधिक हाथी पाए गए। राज्यवार आंकड़ों में कर्नाटक, असम और तमिलनाडु शीर्ष पर हैं। इसके अलावा, उत्तराखंड में लगभग 1,792 हाथी हैं।
अरुणाचल प्रदेश में नई प्रजातियों का खोज अभियान
डॉ. अभिजीत दास और उनकी टीम ने अरुणाचल प्रदेश के कठिन भूभाग और घने वर्षा वनों में अभियान चलाकर 12 नई प्रजातियों की पहचान की। इनमें शामिल हैं:
- छिपकली (Geckos): नमदाफा बेंट-टोड गेको, सियांग वैली बेंट-टोड आदि
- मेंढक (Frogs): पटकाई ग्रीन ट्री फ्रॉग, म्यूजिक फ्रॉग आदि
- सांप (Snake): जयूस माउंटेन पिट वाइपर
इस खोज ने भारत को वैश्विक जैव विविधता मानचित्र में और मजबूत किया और स्थानीय वन संरक्षण के महत्व को रेखांकित किया।
वैज्ञानिक और संरक्षण के महत्व
- डीएनए आधारित हाथी गणना से मानव-हाथी संघर्ष क्षेत्रों और हाथी कॉरिडोर के संरक्षण में मदद मिलेगी।
- नई प्रजातियों की खोज ने पूर्वोत्तर भारत को जैव विविधता का वैश्विक हॉटस्पॉट बनाया।
- भविष्य में इन जानवरों का डीएनए प्रोफाइल बैंक और संरक्षण नीति में सुधार संभव होगा।
विशेषज्ञों का कहना है कि यह दोहरी उपलब्धि न केवल भारत के वन्य जीवन संरक्षण के लिए ऐतिहासिक है, बल्कि वैश्विक स्तर पर भी देश की स्थिति मजबूत करती है।