UKSSSC परीक्षा में घुसपैठ की साजिश नाकाम, फर्जी प्रमाणपत्रों से खेल करने वाला शिक्षक गिरफ्तार
देहरादून। उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (UKSSSC) की परीक्षा में फर्जी दस्तावेजों के आधार पर शामिल होने की कोशिश करने वाले एक अभियुक्त को दून पुलिस ने गिरफ्तार किया है। आरोपी ने एक ही परीक्षा के लिए तीन अलग-अलग केंद्रों से आवेदन कर धोखाधड़ी की योजना बनाई थी।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक देहरादून के निर्देश पर गठित टीम ने आयोग से प्राप्त शिकायत के आधार पर जांच शुरू की थी। जांच में सामने आया कि सुरेन्द्र कुमार पुत्र सलेक कुमार निवासी कनकपुर, भोजपुर मोदीनगर (गाजियाबाद, उत्तर प्रदेश) ने 5 अक्टूबर को प्रस्तावित सहकारी निरीक्षक वर्ग-2/सहायक विकास अधिकारी परीक्षा में अनुचित लाभ लेने के उद्देश्य से तीन अलग-अलग मोबाइल नंबरों से तीन परीक्षा केंद्रों टिहरी, हरिद्वार और देहरादून से आवेदन किया था।
फर्जी दस्तावेजों से बनाई युवा आयु
पुलिस जांच में पता चला कि अभियुक्त की वास्तविक जन्मतिथि 1 अप्रैल 1988 है। उम्र सीमा निकलने के कारण उसने अपने शैक्षणिक अभिलेखों में फर्जीवाड़ा करते हुए जन्मतिथि 1 जनवरी 1995 दर्शाई थी।
वर्ष 2007 में गाजीपुर (उत्तर प्रदेश) से इंटरमीडिएट करने के बाद उसने वर्ष 2012 और 2014 में दोबारा हाईस्कूल और इंटर की परीक्षाएं दीं ताकि आयु कम दिखाई जा सके।
अभियुक्त ने वर्ष 2012 में राजस्थान से बीए किया और 2018 में सोलन, हिमाचल प्रदेश से पुनः बीए की डिग्री प्राप्त की। पूछताछ में उसने बताया कि वह वर्तमान में पिलखुआ (हापुड़) स्थित एक निजी स्कूल में अध्यापक के रूप में कार्यरत है, जबकि उसकी पत्नी भी उसी स्कूल में शिक्षिका है।
एसओजी ने दर्ज किया मुकदमा, आगे की जांच जारी
अभियुक्त के खिलाफ थाना रायपुर पर मु.अ.सं. 311/25, धारा 318(4), 336(3), 340(2) बीएनएस के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है।
एसओजी प्रभारी निरीक्षक मुकेश त्यागी द्वारा की गई प्रारंभिक जांच में यह स्पष्ट हुआ कि सुरेन्द्र कुमार ने सरकारी भर्ती प्रक्रिया में अनुचित लाभ लेने की नीयत से फर्जी प्रमाणपत्रों का इस्तेमाल किया।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक देहरादून ने मामले के त्वरित अनावरण और विस्तृत पूछताछ के लिए पुलिस की अलग-अलग टीमों को आवश्यक निर्देश दिए हैं।
मुख्य बिंदु:
- अभियुक्त ने एक ही परीक्षा के लिए तीन केंद्रों से आवेदन किया
- जन्मतिथि बदलकर फर्जी दस्तावेज बनाए
- परीक्षा में अनुचित लाभ लेने की मंशा से की गई थी यह साजिश
- अभियुक्त से पूछताछ जारी, आगे और खुलासे की संभावना