नदी की धारा मोड़कर रिसॉर्ट मालिक ने बढ़ाई आपदा, DM ने दिए वसूली के आदेश
देहरादून। सहस्रधारा से लेकर मालदेवता और सरखेत तक नदी किनारे अवैध निर्माणों ने आपदा को न्योता दे दिया है। नदी की ज़मीन पर कब्जा कर खड़े किए गए आलीशान रिसोर्ट और होटल अब प्रशासन की आंखों में चुभने लगे हैं।
यही लापरवाही गुरुवार को बांडावाली खैरी मान सिंह इलाके में उजागर हुई, जहां स्पर्श फर्म एंड रिसोर्ट के संचालक ने अपने धंधे को बचाने के लिए नदी की धारा ही मोड़ डाली।
मूसलाधार बारिश में पानी का रुख सड़क की तरफ हो गया और 150 मीटर सड़क पूरी तरह बह गई। प्रारंभिक अनुमान के मुताबिक, सरकार को करीब छह करोड़ का नुकसान हुआ है।
DM का सख़्त रुख
गुरुवार को आपदाग्रस्त क्षेत्रों का निरीक्षण करने पहुंचे जिलाधिकारी सविन बंसल ने जब हकीकत देखी तो उनका गुस्सा फूट पड़ा। उन्होंने साफ चेतावनी दी, “सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाने की कीमत चुकानी होगी।”
डीएम ने उच्च स्तरीय जांच के आदेश देते हुए नुकसान की पूरी वसूली रिसोर्ट संचालक से करने के निर्देश दिए। साथ ही कब्जाई गई नदी भूमि को तत्काल वापस लेने का आदेश भी जारी किया गया।
फिलहाल क्या हो रहा है?
लोनिवि ने सड़क बचाने के लिए नदी को चैनलाइज करने का काम शुरू कर दिया है। लेकिन बड़ा सवाल यही है – कब तक अधिकारियों की आंखों के सामने इस तरह की मनमानी चलती रहेगी?

