बिग ब्रेकिंग: शहरी विकास विभाग के अधिकारियों के लिए क्षमता निर्माण कार्यक्रम, BIS ने दिया प्रशिक्षण

शहरी विकास विभाग के अधिकारियों के लिए क्षमता निर्माण कार्यक्रम, BIS ने दिया प्रशिक्षण

देहरादून। भारतीय मानक ब्यूरो (BIS) देहरादून शाखा कार्यालय ने शहरी विकास विभाग, उत्तराखण्ड के अधिकारियों के लिए एकदिवसीय क्षमता निर्माण कार्यक्रम का आयोजन सेफर्ट सारोवर प्रीमियर, देहरादून में किया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य सतत शहरी विकास, स्वच्छता, अपशिष्ट प्रबंधन और सुरक्षित भवन निर्माण से जुड़े मानकों पर जागरूकता बढ़ाना था।

कार्यक्रम का उद्घाटन अतिरिक्त निदेशक, शहरी विकास विभाग श्री ललित नारायण मिश्रा ने किया। उन्होंने कहा कि “शहरी अवसंरचना परियोजनाओं में भारतीय मानकों को अपनाना जरूरी है ताकि गुणवत्ता, सुरक्षा और स्थायित्व सुनिश्चित किया जा सके।”

विशिष्ट अतिथि अधीक्षण अभियंता रवि पाण्डेय ने नगरपालिका सेवाओं को सशक्त बनाने और नागरिकों के जीवन स्तर को सुधारने में तकनीकी ज्ञान की अहमियत पर जोर दिया।

BIS देहरादून शाखा कार्यालय के निदेशक श्री सौरभ तिवारी ने अपने संबोधन में कहा कि मानक सतत अवसंरचना निर्माण और प्राकृतिक आपदाओं से निपटने की क्षमता को मजबूत बनाते हैं। उन्होंने इस वर्ष भारत में आयोजित IEC जनरल मीटिंग को देश के लिए गौरवपूर्ण बताते हुए कहा कि यह वैश्विक मानकीकरण में भारत की नेतृत्वकारी भूमिका को दर्शाता है।

कार्यक्रम में संयुक्त निदेशक देवेंद्र सिंह डपोला और सचिन चौधरी ने तकनीकी सत्रों का संचालन किया। इनमें ठोस व प्लास्टिक अपशिष्ट प्रबंधन, आधुनिक स्वच्छता समाधान (पैकेज्ड एसटीपी, बायोडाइजेस्टर्स, पॉलीएथिलीन सेप्टिक टैंक), स्ट्रीट फूड विक्रेताओं हेतु मानक (IS 16066), भवन निर्माण आवश्यकताएँ (SP 73:2023) और पाइप्ड पेयजल प्रबंधन प्रणाली (IS 17482) जैसे विषय शामिल रहे।

इस कार्यक्रम में नगर निगमों और शहरी विकास विभाग के विभिन्न कार्यालयों से 35 से अधिक अधिकारियों ने भाग लिया। समापन सत्र में प्रतिभागियों ने क्षेत्रीय चुनौतियों और मानकों पर आधारित समाधानों पर विचार-विमर्श किया।

BIS देहरादून ने कहा कि वह भविष्य में भी शहरी विकास परियोजनाओं में मानकों के बेहतर क्रियान्वयन हेतु सरकारी विभागों और स्थानीय निकायों को तकनीकी सहयोग प्रदान करता रहेगा।