राष्ट्रीय शिक्षक दिवस पर “राष्ट्रीय चरित्र निर्माण संगोष्ठी एवं शिक्षक सम्मान समारोह” का भव्य आयोजन

राष्ट्रीय शिक्षक दिवस पर “राष्ट्रीय चरित्र निर्माण संगोष्ठी एवं शिक्षक सम्मान समारोह” का भव्य आयोजन

देहरादून। राष्ट्रीय शिक्षक दिवस एवं स्व. डॉ. कृष्ण कुमार भटनागर की स्मृति में सुभारती शिक्षा समूह द्वारा “राष्ट्रीय चरित्र निर्माण संगोष्ठी एवं शिक्षक सम्मान समारोह” का भव्य आयोजन गौतम बुद्ध चिकित्सा महाविद्यालय, झाझरा में किया गया।

कार्यक्रम में उत्तराखंड सरकार के कैबिनेट मंत्री डॉ. धन सिंह रावत मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। विशेष अतिथि डॉ. सुनैना रावत (राज्य अधिकारी, NSS) तथा विशिष्ट अतिथि के रूप में विधायक श्री मुन्‍ना सिंह चौहान और विधायक श्री सहदेव सिंह पुंडीर शामिल हुए।

इस अवसर पर बैकुंठ राधिका छात्रावास, जिया रानी बालिका छात्रावास, लेफ्टिनेंट ज्ञान सिंह बिष्ट छात्रावास और नानक निवास का उद्घाटन किया गया।

आपदा प्रभावित बच्चों की शिक्षा पहल: मेजर जनरल डॉ. जी.के. थपलियाल ने सुभारती शिक्षा समूह की ओर से उत्तराखंड के धराली आपदा पीड़ितों के बच्चों को नि:शुल्क एवं अल्प शुल्क पर शिक्षा देने का प्रस्ताव रखा, जिसकी प्रति कैबिनेट मंत्री डॉ. धन सिंह रावत को सौंपी गई।

डॉ. धन सिंह रावत का वक्तव्य: उन्होंने कहा “शिक्षक ही राष्ट्र निर्माण की आधारशिला हैं।” साथ ही राज्य में 15,000 डॉक्टरों की कमी का उल्लेख करते हुए नर्सिंग शिक्षा में विदेशी भाषाओं के प्रशिक्षण पर बल दिया।

डॉ. अतुल कृष्ण का उद्बोधन: उन्होंने कहा कि “शिक्षा का मूल उद्देश्य राष्ट्रीय चरित्र निर्माण है।” और विश्वविद्यालय की इमारतों का नाम राष्ट्रनायकों और क्रांतिकारियों के नाम पर रखने की परंपरा का उल्लेख किया।

डॉ. सुनैना रावत का वक्तव्य: उन्होंने कहा कि “पिता और गुरु ही ऐसे संबंध हैं जो अपने शिष्य से हारकर गर्व महसूस करते हैं।” साथ ही उन्होंने रास बिहारी बोस सुभारती विश्वविद्यालय हेतु स्वतंत्र NSS यूनिट की घोषणा की।

मुन्ना सिंह चौहान का वक्तव्य: उन्होंने कहा कि “भारत वास्तविक लोकतंत्र का जनक है।” और भारत की शिक्षा परंपरा, वैज्ञानिक धरोहर व स्वतंत्रता संग्राम की विरासत को रेखांकित किया।

सुभारती शिक्षा समूह द्वारा इस अवसर पर अनेक शिक्षकों एवं विद्वानों को सम्मानित किया गया, जिनमें प्रमुख रहे –
प्रो. डॉ. रामकरण सिंह, डॉ. सोनिया, डॉ. जितेन्द्र कुमार, डॉ. राजेश तिवारी (नेत्र विशेषज्ञ), डॉ. बबिता, डॉ. अर्जुन कोहली, श्री सुभाष भट्ट, श्रीमती रेखा, श्री सुभाष चंद्र पुरोहित, श्री कुलदीप, डॉ. संजय अग्रवाल, श्रीमती बबिता देवी, डॉ. शिल्पा, डॉ. रवीन्द्र कुमार सैनी, डॉ. राकेश काला, डॉ. जगदीश पांडे आदि।

समारोह का समापन कुलपति प्रो. डॉ. हिमांशु ऐरन के धन्यवाद ज्ञापन के साथ हुआ। उन्होंने डॉ. अतुल कृष्ण की शिक्षा व चरित्र निर्माण की परंपरा की सराहना की और डॉ. धन सिंह रावत, मुन्ना सिंह चौहान व डॉ. सुनैना रावत का विशेष आभार व्यक्त किया।

अंत में उन्होंने कहा, “भारत विश्वगुरु था और रहेगा। यही हमारी परंपरा है, यही हमारी पहचान है।”