उत्तराखंड में मानसून और पश्चिमी विक्षोभ की तबाही। बादल फटने और भूस्खलन से भारी नुकसान
चमोली/देहरादून। उत्तराखंड में इस बार मानसून ने राज्य के कई जिलों में भयावह तबाही मचाई है। चमोली जिले के सागवाड़ा में अचानक बादल फटने से एक मकान पूरी तरह तहस-नहस हो गया। पानी के तेज बहाव और मलबे के कारण स्थानीय लोग किसी तरह सुरक्षित स्थानों की ओर भागकर अपनी जान बचाने में सफल रहे।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बताया कि राज्य और केंद्र सरकार मिलकर प्रभावित इलाकों में राहत एवं पुनर्वास कार्य कर रही हैं। अधिकारियों को नुकसान का आकलन करने के लिए नियुक्त किया गया है।
अब तक उत्तरकाशी, पौड़ी, चमोली, रुद्रप्रयाग सहित अन्य जिलों में इस आपदा से करीब 5,000 करोड़ रुपये का अनुमानित नुकसान हुआ है।
जिलों में आपदा का प्रभाव
पौड़ी
- संपत्तियां क्षतिग्रस्त: 2,008
- मृतक: 7, लापता: 5
- सड़कें क्षतिग्रस्त: 486, लोक निर्माण विभाग को 51.82 करोड़ का नुकसान
- बिजली लाइनें और खंभे: 770, 2 करोड़ रुपये का नुकसान
- विद्यालय भवन: 156, 2.64 करोड़ रुपये का नुकसान
- राहत राशि: 1.21 करोड़ रुपये से अधिक
उत्तरकाशी
- भवन नुकसान: 360
- मृतक: 18, घायल: 13, लापता: 70
- विभागीय नुकसान: 28 विभागों को 236.98 करोड़
- धराली आपदा: खीर गंगा में बहुमंजिला होटल, आवासीय भवन, होमस्टे और 235 मवेशी मलबे में समा गए
चमोली
- भवन क्षति: 16 पूर्ण, 116 आंशिक
- मृतक: 11, घायल: 14
- पशु हानि: 19
- सड़कें प्रभावित: 214 संपर्क मोटर मार्ग
- परिवार प्रभावित: 140
रुद्रप्रयाग
- पेयजल योजनाएं: 212 से अधिक क्षतिग्रस्त
- नुकसान: 4 करोड़ रुपये से अधिक
- विस्तृत प्रभाव: 31 प्रमुख पेयजल योजनाएं और स्रोत प्रभावित
सड़क और यातायात बाधित
- रैंतोली-जवाड़ी बाईपास
- 200 मीटर हिस्से में भूस्खलन और 3 फीट तक दरारें
- जवाड़ी-दरमोला मोटर मार्ग, इको पार्क और डिग्री कॉलेज परिसर को खतरा
- विधायक भरत सिंह चौधरी ने केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी, केंद्रीय राज्य मंत्री अजय टम्टा और मुख्यमंत्री को पत्र भेजकर मरम्मत की मांग की
रुद्रप्रयाग-गौरीकुंड हाईवे (बांसबाड़ा)
- लगातार भूस्खलन के कारण हाईवे बंद
- जरूरी वस्तुओं की सप्लाई प्रभावित (दूध, सब्जी, ब्रेड, अंडे, अखबार)
- गुप्तकाशी, कुंड, ऊखीमठ, फाटा और सोनप्रयाग के लोग परेशान
- व्यापार और होटल व्यवसाय ठप
मानसून और पश्चिमी विक्षोभ का खतरा
- प्रदेशभर में अब तक 1,237.1 मिमी बारिश, सामान्य आंकड़ा 999.8 मिमी
- बागेश्वर: सामान्य 674.5 मिमी के मुकाबले 2,336.8 मिमी (246% अधिक)
- चमोली: सामान्य 627.6 मिमी के मुकाबले 1,203.7 मिमी (92% अधिक)
- टिहरी: सामान्य 810.4 मिमी के मुकाबले 1,268.4 मिमी (57% अधिक)
- हरिद्वार: सामान्य 845.5 मिमी के मुकाबले 1,296.6 मिमी (53% अधिक)
- देहरादून: सामान्य 1,249.9 मिमी के मुकाबले 1,617.2 मिमी (29% अधिक)
- मौसम विभाग ने कई जिलों में ऑरेंज अलर्ट जारी किया, आगामी 1-2 दिन में भारी बारिश की संभावना।
लापता लोगों का संशोधित आंकड़ा
- 5 अगस्त को धराली-हर्षिल आपदा में कुल 69 लापता
- जांच में पता चला कि 5 नेपाली मजदूर पौड़ी के थलीसैंण आपदा में लापता हुए थे
- अब धराली में लापता लोगों की संख्या 62
आर्थिक नुकसान और भविष्य की चुनौती
- नुकसान राशि से अगर विकास कार्य किए जाते, तो कई नई सड़कें, स्कूल भवन और मेडिकल कॉलेज बन सकते थे।
- सचिव आपदा प्रबंधन विनोद कुमार सुमन और सचिव वित्त दिलीप जावलकर ने कहा कि अंतिम नुकसान रिपोर्ट मिलने के बाद केंद्र को प्रस्ताव भेजा जाएगा।
- राहत और पुनर्वास के लिए बजट उपलब्ध कराया जाएगा।