उत्तराखंड में भारी बारिश का कहर। कई जिलों में रेड अलर्ट, कई जिलों में स्कूल बंद
देहरादून। उत्तराखंड में मानसून का प्रकोप लगातार बढ़ता जा रहा है। रविवार को दिनभर हुई बरसात के बाद सोमवार को भी बारिश का दौर जारी है। मौसम विभाग ने प्रदेश के कई जिलों में भारी से बहुत भारी बारिश को लेकर रेड अलर्ट जारी किया है। वहीं कुछ जिलों में ऑरेंज अलर्ट भी लागू किया गया है।
9 जिलों में स्कूल बंद
भारी बारिश को देखते हुए राज्य सरकार ने देहरादून, हरिद्वार, नैनीताल, टिहरी, पौड़ी, अल्मोड़ा, चंपावत, पिथौरागढ़, उधमसिंहनगर और बागेश्वर जिले के सभी कक्षा 1 से 12वीं तक के स्कूलों और आंगनबाड़ी केन्द्रों में अवकाश घोषित कर दिया है।
सड़कों पर जलभराव, जनजीवन अस्त-व्यस्त
देहरादून समेत कई जगहों पर सड़कों पर जलभराव हो गया है। मुख्य मार्गों के साथ गलियां भी पानी में डूब गई हैं। कई मकानों में पानी घुस गया है जिससे लोगों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। उधर, लगातार हो रही बारिश से नदी-नाले उफान पर हैं, जिससे खतरा और बढ़ गया है।
यमुनोत्री धाम तक पहुंच खतरे में
उत्तरकाशी के स्यानाचट्टी में बारिश से यमुना नदी का जलस्तर बढ़ गया है। कुपड़ागाड से आया मलबा नदी के प्रवाह को रोक रहा है। सिल्ट भराव के कारण नदी का तल ऊपर उठ गया है और पानी पुल के ऊपर से बहने लगा है। इससे यमुनोत्री धाम को जोड़ने वाला पुल खतरे में आ गया है, वहीं आस-पास के होटल और घर जलमग्न हो गए हैं।
गोपेश्वर में पुल बहा, गांवों की आवाजाही ठप
गोपेश्वर में लगातार बारिश के चलते तमक नाले पर बना पुल बह गया है। अब यहां ह्यूम पाइप डालकर अस्थाई आवाजाही बहाल करने का प्रयास हो रहा है। वहीं बैली ब्रिज बनाने की तैयारी भी की जा रही है। इस घटना से नीति, मलारी, बंपा, कैलाशपुर और कोषा समेत 12 गांवों की कनेक्टिविटी कट गई है।
अगले तीन दिन कठिन
मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि अगले तीन दिनों तक प्रदेश में भारी से बहुत भारी बारिश होने की संभावना है। सोमवार को देहरादून, टिहरी, पौड़ी और हरिद्वार में अत्यधिक भारी बारिश की आशंका जताई गई है।
अन्य जिलों में भी गरज-चमक के साथ मूसलधार बरसात और बिजली गिरने का खतरा बना रहेगा। प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि अनावश्यक यात्रा से बचें, नदी-नालों से दूर रहें और अलर्ट पर रहें।