उत्तराखंड विधानसभा सत्र 2025: भराड़ीसैंण में कार्यवाही शुरू, विपक्ष का हंगामा और पुख़्ता सुरक्षा व्यवस्था
चमोली/गैरसैंण। उत्तराखंड विधानसभा का मानसून सत्र आज भराड़ीसैंण में शुरू हो गया। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी सदन की कार्यवाही में मौजूद रहे। शुरुआत से ही विपक्ष ने प्रदेश की कानून व्यवस्था को लेकर सरकार को घेरना शुरू कर दिया।
नियम 310 में उठे सवाल
कांग्रेस विधायक प्रीतम सिंह ने नियम 310 के तहत प्रदेश की कानून व्यवस्था का मुद्दा उठाते हुए कहा कि “प्रदेश की कानून व्यवस्था पूरी तरह ध्वस्त है।”
इसके बाद कांग्रेस विधायकों ने नैनीताल जिला पंचायत चुनाव में हुए बवाल का हवाला देते हुए सदन में जोरदार हंगामा किया। हंगामे के चलते सदन की कार्यवाही 20 मिनट के लिए स्थगित करनी पड़ी।
धारा 163 लागू, प्रदर्शनों पर रोक
विधानसभा सत्र को शांतिपूर्ण और सुव्यवस्थित बनाने के लिए गैरसैंण के भराड़ीसैंण क्षेत्र में धारा 163 लागू कर दी गई है। यह प्रतिबंध 22 अगस्त शाम 5 बजे तक प्रभावी रहेगा।
इस दौरान किसी भी तरह का धरना-प्रदर्शन, जुलूस, नारेबाज़ी, बिना अनुमति सभा, लाउडस्पीकर का उपयोग, हथियार लाने या भड़काऊ संदेश फैलाने जैसी गतिविधियों पर सख़्त प्रतिबंध रहेगा।
सुरक्षा में 804 पुलिसकर्मी तैनात
- चमोली डीएम डॉ. संदीप तिवारी और एसपी सर्वेश पंवार ने सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा की।
- 4 एडिशनल एसपी, 12 सीओ, 25 इंस्पेक्टर समेत कुल 804 पुलिसकर्मी तैनात किए गए हैं।
- संभावित प्रदर्शनों के मद्देनज़र दिवालीखाल, जंगलचट्टी और दुग्तमा में बैरिकेड लगाए गए हैं।
- मालसी और मेहलचौंरी में अस्थायी जेल बनाई गई है।
स्वास्थ्य सेवाओं की विशेष व्यवस्था
- सत्र के दौरान स्वास्थ्य सेवाओं को भी पुख़्ता किया गया है।
- 12 से अधिक चिकित्सक, जिनमें ऑर्थो, फिजीशियन और सर्जन शामिल हैं, ड्यूटी पर रहेंगे।
- 8 एंबुलेंस 24 घंटे तैनात रहेंगी।
- विधानसभा प्रवेश द्वार पर मेडिकल रिलीफ पोस्ट और अस्थायी अस्पताल की व्यवस्था की गई है।