तिरंगे के रंग में रंगा देवभूमि, एकता-अखंडता की शपथ के साथ मना आज़ादी का पर्व
देहरादून। प्रदेशभर में 79वां स्वतंत्रता दिवस गरिमामय तरीके से मनाया गया। राजधानी देहरादून में मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने मुख्यमंत्री आवास में ध्वजारोहण कर राष्ट्रीय एकता की शपथ दिलाई।
उन्होंने देश की आज़ादी के लिए सर्वोच्च बलिदान देने वाले वीर सपूतों को नमन करते हुए प्रदेशवासियों को स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाएं दीं। आपदा प्रभावित क्षेत्रों के प्रति संवेदना व्यक्त करते हुए उन्होंने कहा कि पुनर्वास की व्यवस्था सुनिश्चित की जाएगी।
मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में देश की बढ़ती वैश्विक स्वीकार्यता का उल्लेख करते हुए कहा कि उत्तराखंड नवनिर्माण और पुनर्निर्माण की दिशा में तेजी से आगे बढ़ रहा है और आगामी 25 वर्षों की विकास योजनाओं पर कार्य किया जा रहा है।
सचिवालय में मुख्य सचिव आनन्द बर्द्धन ने ध्वजारोहण कर उपस्थित अधिकारियों, कर्मचारियों और बच्चों को शुभकामनाएं दीं। उन्होंने स्वतंत्रता सेनानियों के बलिदान को स्मरण करते हुए कहा कि विकसित भारत 2047 के लक्ष्य को हासिल करने के लिए उत्तराखंड कृतसंकल्प है।
मुख्य सचिव ने राज्य को मैन्युफैक्चरिंग हब, स्किल हब, आयुष प्रदेश और वैश्विक पर्यटन डेस्टिनेशन बनाने के विजन पर बल देते हुए कृषि, प्राकृतिक संसाधनों और प्रशासनिक सुधारों पर विशेष ध्यान देने की बात कही।
मसूरी-देहरादून विकास प्राधिकरण (एमडीडीए) कार्यालय परिसर में उपाध्यक्ष बंशीधर तिवारी ने ध्वजारोहण कर स्वतंत्रता संग्राम के वीरों को नमन किया। उन्होंने कहा कि आज़ादी का सच्चा सम्मान अपने कर्तव्यों का ईमानदारी से निर्वहन है और एमडीडीए पारदर्शिता और जनहित को सर्वोच्च प्राथमिकता देते हुए शहर के सुनियोजित विकास के लिए कार्य करता रहेगा।
पुलिस मुख्यालय में डीजीपी दीपम सेठ ने ध्वजारोहण कर पुलिस अधिकारियों और कर्मचारियों को संविधान के प्रति निष्ठा, कर्तव्य पालन और देश की एकता एवं अखंडता बनाए रखने की शपथ दिलाई। उन्होंने बल को सदैव जनता की सुरक्षा और सेवा में तत्पर रहने का आह्वान किया।
कांग्रेस भवन में धूमधाम से मनाया गया स्वतंत्रता दिवस
राजधानी देहरादून स्थित कांग्रेस भवन में प्रदेश अध्यक्ष करण माहरा ने ध्वजारोहण कर प्रदेशवासियों को स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाएं दीं। इस मौके पर उन्होंने कहा कि बीते 79 वर्षों में देश ने कई उपलब्धियां हासिल की हैं, लेकिन कई गंभीर चुनौतियों और जख्मों का भी सामना किया है।
करण माहरा ने आरोप लगाया कि आजादी के बाद जिन सिद्धांतों और मूल्यों पर देश आगे बढ़ रहा था, आज उन्हें कमजोर किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि संविधान के साथ छेड़छाड़ हो रही है और हाल ही में नैनीताल में जो घटनाएं हुईं, वे पूरी तरह नियम विरुद्ध थीं।