खुशखबरी: स्वतंत्रता दिवस पर उत्तराखंड पुलिस के जांबाज़ होंगे सम्मानित

स्वतंत्रता दिवस पर उत्तराखंड पुलिस के जांबाज़ होंगे सम्मानित

  • मुख्यमंत्री और डीजीपी देंगे पदक, 38वें राष्ट्रीय खेलों के विजेता खिलाड़ी भी होंगे शामिल

देहरादून। स्वतंत्रता दिवस 15 अगस्त 2025 के अवसर पर उत्तराखंड पुलिस के चुनिंदा अधिकारी और कर्मचारी अपने अनुकरणीय कार्य, सेवा भाव और विशिष्ट उपलब्धियों के लिए सम्मानित किए जाएंगे।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी “मुख्यमंत्री सराहनीय सेवा पदक” प्रदान करेंगे, जबकि पुलिस महानिदेशक दीपम सेठ “डीजीपी डिस्क गोल्ड” और “डीजीपी डिस्क सिल्वर” से पुरस्कृत करेंगे।

यह सम्मान उन पुलिसकर्मियों को मिलेगा जिन्होंने पिछले वर्ष के दौरान सेवा के क्षेत्र में अद्वितीय योगदान दिया है या विशिष्ट परिस्थितियों में असाधारण कार्य किया है।
सम्मान सूची में पुलिस के विभिन्न रैंकों के अधिकारी-कर्मी शामिल हैं।

आईजी, एसएसपी, एसपी, डीएसपी, निरीक्षक, उप निरीक्षक, मुख्य आरक्षी, आरक्षी, फायरमैन, एसडीआरएफ, PAC और अभिसूचना विभाग तक के सैकड़ों जांबाज़।

मुख्यमंत्री सराहनीय सेवा पदक- सेवा के आधार पर

सेवा के क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान देने वाले 7 अधिकारियों-कर्मचारियों में आईआरबी द्वितीय की सेनानायक श्वेता चौबे, पुलिस उपाधीक्षक यागेश चंद्र, जीआरपी के निरीक्षक विपिन चंद्र पाठक, हरिद्वार के निरीक्षक नरेंद्र सिंह बिट, सीआईडी मुख्यालय के उप निरीक्षक राकेश चंद्र भट्ट, देहरादून के लीडिंग फायरमैन अजय प्रकाश सेमवाल और मुख्य आरक्षी सुनीत कुमार शामिल हैं।

मुख्यमंत्री सराहनीय सेवा पदक- विशिष्ट कार्य हेतु

विशिष्ट कार्य श्रेणी में हरिद्वार के एएसपी शेखर चंद्र सुयाल, पौड़ी के निरीक्षक राजेंद्र सिंह खोलिया और कैलाश चंद्र भट्ट, उप निरीक्षक मनोहर सिंह रावत, ओमकांत भूषण और दीपक कुमार, मुख्य आरक्षी गोपाल राम, आरक्षी अमरजीत और राहुल समेत 9 पुलिसकर्मी शामिल हैं।

डीजीपी प्रशस्ति डिस्क ‘गोल्ड’- सेवा के आधार पर

इस श्रेणी में आईजी नीलेश आनंद भरणे, एसएसपी देवेंद्र पींचा, एसपी सरिता डोबाल, डीएसपी राजेंद्र सिंह रावत और संदीप नेगी, रुद्रप्रयाग के निरीक्षक सुरेश चंद्र बलूनी, सीआईडी निरीक्षक हिमेंद्र सिंह, पिथौरागढ़ के उप निरीक्षक अनिल आर्या, उत्तराखंड सदन दिल्ली के एएसआई जगदेव सिंह सहित 13 अधिकारी-कर्मी को सम्मान मिलेगा।

डीजीपी प्रशस्ति डिस्क ‘गोल्ड’- विशिष्ट कार्य हेतु

इसमें एसडीआरएफ के आईजी अरुण मोहन जोशी, हरिद्वार के एसपी नगर पंकज गैरोला, पुलिस मुख्यालय के डीएसपी मनीष कुमार जस्वाल, एसटीएफ के निरीक्षक अबुल कलाम और डीएसपी ऋषिबल्लभ चमोला सहित 18 जांबाज़ शामिल हैं, जिन्होंने ऑपरेशंस और विशेष अभियानों में अहम भूमिका निभाई।

डीजीपी प्रशस्ति डिस्क ‘सिल्वर’- सेवा के आधार पर

इस सूची में आईजी मुख्तार मोहसिन और अनंत शंकर ताकवाले, आईआरबी सेनानायक रामचंद्र राजगुरु, सुरक्षा एसपी मंजूनाथ टीसी, डीएसपी शिवराज सिंह समेत विभिन्न जनपदों के कुल 25 अधिकारी-कर्मचारी शामिल हैं।

डीजीपी प्रशस्ति डिस्क ‘सिल्वर’- विशिष्ट कार्य हेतु

सबसे लंबी सूची 58 कर्मियों की है, जिसमें पिथौरागढ़ की एसपी रेखा यादव, देहरादून की एसआई विनयता चौहान, हरिद्वार यातायात एसपी जितेंद्र मेहरा, एसडीआरएफ के सेनानायक अर्पण यदुवंशी से लेकर चारधाम यात्रा कंट्रोल रूम के अधिकारी और विभिन्न जनपदों के फील्ड पुलिसकर्मी शामिल हैं।

राष्ट्रीय खेलों में पदक विजेता पुलिसकर्मी भी होंगे सम्मानित

38वें राष्ट्रीय खेलों में उत्तराखंड पुलिस के खिलाड़ियों ने पदक जीतकर प्रदेश का नाम रोशन किया।
इन खिलाड़ियों को डीजीपी डिस्क (गोल्ड और सिल्वर) से नवाजा जाएगा। गोल्ड श्रेणी में लाल सिंह, ममता खाती, मंजू गोस्वामी और नितेश सिंह शामिल हैं, जबकि सिल्वर श्रेणी में शेर सिंह बोहरा, शैलेन्द्र, विरेंद्र पांडेय, लवीश कुंवर, शुभम, ज्योति वर्मा समेत 10 खिलाड़ी शामिल हैं।

सम्मान समारोह का महत्व

पुलिस मुख्यालय ने कहा है कि यह सम्मान केवल पदक पाने वालों के लिए ही नहीं, बल्कि पूरे पुलिस बल के लिए प्रेरणा का स्रोत है। यह उन सभी के समर्पण, साहस और ईमानदारी का प्रतीक है, जो उत्तराखंड पुलिस को जनता की सुरक्षा और सेवा में अग्रणी बनाता है।