भारी बारिश ने खोली स्मार्ट सिटी की पोल। जलमग्न सड़कें, बहती गाड़ियां, और……
देहरादून। उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में रविवार देर रात से मूसलधार बारिश ने जनजीवन बुरी तरह प्रभावित कर दिया है। लगभग 14 घंटे लगातार हुई बारिश ने शहर की सड़कों और कालोनियों में जलभराव की स्थिति उत्पन्न कर दी, नदियां और नाले उफान पर आ गए हैं।
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आईटी पार्क, जो कभी टेक्नोलॉजी का केंद्र बनने का सपना था, आज खुद एक आपदा स्थल बन चुका है। सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो में महिलाओं को नाले में बहते और कारों को पानी में फंसा देखा जा सकता है, जो राजधानी की व्यवस्था की सच्चाई उजागर करते हैं।
रिस्पना और बिंदाल नदियां उफान पर हैं, जिससे तपोवन क्षेत्र में सात मवेशी बह गए और कई कालोनियों में जलभराव हो गया। सहस्त्रधारा रोड पर पानी के तेज बहाव के कारण दुपहिया वाहन गिरने और घायल होने की घटनाएं हुईं।
प्रशासन की स्थिति
जिलाधिकारी सविन बंसल ने 91 जलभराव वाले स्थानों का निरीक्षण कर राहत-बचाव कार्य के लिए त्वरित प्रतिक्रिया टीमों को अलर्ट किया। रिस्पना क्षेत्र में खतरे को देखते हुए राहत शिविर स्थापित किए गए हैं।
प्रभावित क्षेत्र और नुकसान
दीपनगर, दून विहार, मालदेवता, सीतापुर, सरकार गांव और अन्य इलाकों में भूस्खलन, मकान गिरने व नदी के जलस्तर बढ़ने से भारी नुकसान हुआ है। मजदूर परिवारों के घर जलमग्न हुए, कई सड़कों और पुलों पर जलभराव के कारण आवाजाही बाधित हुई।
स्थानीय प्रतिक्रिया
क्षेत्रीय प्रतिनिधि और पार्षद मौके पर पहुंचकर प्रभावित परिवारों से मिले और मुआवजे व सहायता का भरोसा दिया।
प्राकृतिक खतरे की चेतावनी
मसूरी के पास जंगलों में बादल फटने की आशंका से सतर्कता बरती जा रही है। टपकेश्वर में तमसा नदी का विकराल रूप लेने से श्रद्धालुओं की संख्या कम रही, प्रशासन ने लोगों को नदी तट पर आने से रोका।