बिग ब्रेकिंग: धराली आपदा प्रभावितों को सरकार की त्वरित राहत, CM धामी की दो बड़ी घोषणाएं

धराली आपदा प्रभावितों को सरकार की त्वरित राहत, CM धामी की दो बड़ी घोषणाएं

देहरादून। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने जनपद उत्तरकाशी के धराली गांव में हालिया प्राकृतिक आपदा से प्रभावित लोगों के लिए राहत और पुनर्वास के दो महत्वपूर्ण फैसले किए हैं। मुख्यमंत्री की घोषणाएं राज्य सरकार की संवेदनशीलता और त्वरित आपदा प्रबंधन की प्रतिबद्धता को दर्शाती हैं।

पूर्ण रूप से क्षतिग्रस्त मकानों के लिए 5 लाख की सहायता
धराली गांव (तहसील भटवाड़ी) में जिन परिवारों के मकान आपदा में पूरी तरह नष्ट हो गए हैं, उन्हें पुनर्वास/विस्थापन के लिए तत्काल ₹5 लाख की आर्थिक सहायता दी जाएगी। इसके अलावा, आपदा में मृतकों के परिजनों को भी ₹5 लाख की सहायता राशि दी जाएगी।

पुनर्वास और आजीविका के लिए समिति का गठन
मुख्यमंत्री ने प्रभावित गांव के पुनर्वास, समग्र पुनरुद्धार और स्थायी आजीविका सुनिश्चित करने के लिए सचिव, राजस्व की अध्यक्षता में तीन सदस्यीय समिति गठित करने की घोषणा की।

यह समिति एक सप्ताह में अपनी प्राथमिक रिपोर्ट शासन को सौंपेगी और दीर्घकालिक समाधान का रोडमैप तैयार करेगी।

मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार हर आपदा पीड़ित के साथ खड़ी है और राहत एवं पुनर्वास कार्यों को तेज़ी और प्रभावशीलता से अंजाम दिया जाएगा।

उत्तरकाशी रेस्क्यू अपडेट

  • औंगी में सड़क बहाल: कल रात और आज सुबह की बारिश से भटवाड़ी के पास औंगी में आए भूस्खलन से सड़क बंद हो गई थी। पीडब्ल्यूडी ने जेसीबी और पोकलैंड मशीनों से मार्ग बहाल कर दिया है, जिससे लिमचीगाड़ में बन रहे वैली ब्रिज तक वाहनों की आवाजाही फिर से शुरू हो गई है।
  • वैली ब्रिज का काम तेज़: लिमचीगाड़ में वैली ब्रिज का निर्माण तेजी से हो रहा है और आज देर रात तक पूरा होने की उम्मीद है। इसके बाद सोन गाड़ में दो वाशआउट (250 मीटर और 300 मीटर) की मरम्मत के लिए मशीनें और गेबियन स्ट्रक्चर लगाए जाएंगे।
  • मोबाइल नेटवर्क में सुधार: हर्षिल के लिए एयरटेल की टीम हेलीकॉप्टर से भेजी गई है और 100 लीटर ईंधन भी पहुंचा दिया गया है। आज दो टावर चालू होने से हर्षिल-धराली क्षेत्र में मोबाइल कनेक्टिविटी बेहतर होगी।
  • बिजली आपूर्ति बहाल करने के प्रयास: यूपीसीएल की टीम भारी वायर लेकर प्रभावित क्षेत्रों में पहुंच चुकी है, जिससे जल्द ही बिजली व्यवस्था सामान्य हो जाएगी।
  • सुरक्षा और निगरानी: वैली ब्रिज साइट पर SDRF और पुलिस टीम चौबीसों घंटे तैनात हैं। सभी लैंडस्लाइड जोन में भी पुलिस बल मौजूद है। मातली और चिनियालीसौड़ हेलीपैड से निर्माण सामग्री और आवश्यक उपकरण भेजने में पुलिस सक्रिय सहयोग दे रही है।