अपडेट धराली आपदा: 400 से ज्यादा लोगों का सफल रेस्क्यू, लेकिन 9 जवानों समेत 50 लोग लापता। रेस्क्यू जारी

अपडेट धराली आपदा: 400 से ज्यादा लोगों का सफल रेस्क्यू, लेकिन 9 जवानों समेत 50 लोग लापता। रेस्क्यू जारी

उत्तरकाशी/देहरादून। उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले के हर्षिल और धराली क्षेत्र में आई भीषण प्राकृतिक आपदा के तीसरे दिन भी राहत और बचाव कार्यों की रफ्तार मौसम के कहर से थमी हुई है। लगातार बारिश और बादल छाए रहने के कारण एयरफोर्स के हेलिकॉप्टर उड़ान नहीं भर पा रहे, वहीं भारी बारिश और भूस्खलन से कई ग्रामीण क्षेत्रों का संपर्क पूरी तरह टूट गया है।

बुधवार को दो और शव मिलने के साथ ही मृतकों की संख्या बढ़कर छह हो गई है, जबकि 50 से अधिक लोग अब भी लापता हैं। इन लापता लोगों में भारतीय सेना के 9 जवान, जिनमें एक जेसीओ (जूनियर कमीशन्ड ऑफिसर) भी शामिल हैं, प्रमुख हैं।

सेना और ITBP की संयुक्त मुहिम

सेना की 225 सदस्यीय टीम, जिसमें इंजीनियरिंग यूनिट और पैदल सैनिक शामिल हैं, राहत कार्यों में जुटी है। मलबा हटाने, रास्तों को बहाल करने और लापता लोगों की तलाश के लिए RECCO रडार, सर्च एंड रेस्क्यू डॉग्स, और रिमाउंट एंड वेटरिनरी कोर के विशेषज्ञ डॉग यूनिट्स तैनात किए गए हैं।

BRO युद्धस्तर पर सक्रिय, NH-34 बुरी तरह क्षतिग्रस्त

बॉर्डर रोड ऑर्गनाइजेशन (BRO) की रिपोर्ट के मुताबिक, उत्तरकाशी-गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग (NH-34) पर कई स्थानों पर सड़कें बह गई हैं। पापड़गाड़ के पास करीब 100 मीटर सड़क पूरी तरह टूट गई है, जबकि धराली के आसपास भूस्खलन और मलबा जमा है। प्रोजेक्ट शिवालिक के अंतर्गत BRO की टीमें सड़क सुधार और यातायात बहाल करने में दिन-रात जुटी हैं।

भारतीय वायुसेना की तैनाती, लेकिन मौसम बनी बाधा

भारतीय वायुसेना ने Mi-17, ALH Mk-III, C-295, और AN-32 जैसे विमानों को राहत कार्यों में लगाया है। बरेली और आगरा एयरबेस से विमानों ने न सिर्फ राहत सामग्री पहुंचाई, बल्कि अब तक 110 से अधिक लोगों को सुरक्षित निकाला भी गया है।

विशेष बात यह है कि C-295 विमान पहली बार किसी रेस्क्यू मिशन का हिस्सा बना है। वहीं, चंडीगढ़ से भेजे गए चिनूक हेलिकॉप्टर भी राहत अभियान में सक्रिय हैं। एयरफोर्स बेस को रातभर तैयार रखा गया है, ताकि जैसे ही मौसम अनुकूल हो, फौरन उड़ान भरी जा सके।

मुख्यमंत्री का दौरा, दिए स्पष्ट निर्देश

उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने धराली पहुंचकर ग्राउंड रियलिटी का जायजा लिया और NDRF, SDRF व जिला प्रशासन के साथ उच्चस्तरीय बैठक की। उन्होंने कहा कि

“राहत कार्यों में कोई ढिलाई नहीं होनी चाहिए। हेलीकॉप्टर रेस्क्यू को और प्रभावी बनाया जाए, संचार व बिजली की बहाली प्राथमिकता हो, और राहत शिविरों में भोजन, पानी व दवाइयों की आपूर्ति सतत सुनिश्चित की जाए।”

प्रधानमंत्री से मुलाकात, केंद्र सरकार का आश्वासन

उत्तराखंड से बीजेपी सांसदों अनिल बलूनी, राज्यलक्ष्मी शाह, त्रिवेंद्र सिंह रावत और अजय भट्ट ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात कर आपदा की जानकारी दी। प्रधानमंत्री ने इस त्रासदी पर गहरा दुख जताते हुए कहा कि

“केंद्र सरकार उत्तराखंड की जनता के साथ खड़ी है और हरसंभव मदद दी जाएगी।”उन्होंने अधिकारियों को तत्काल आवश्यक संसाधन उपलब्ध कराने के निर्देश भी दिए हैं।

स्थिति पर नजर

  • 6 मौतें, 50+ लोग लापता
  • 400+ लोगों का अब तक रेस्क्यू
  • सेना और एयरफोर्स का संयुक्त ऑपरेशन
  • NH-34 और संपर्क मार्ग ध्वस्त
  • मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री कर रहे लगातार निगरानी