उत्तरकाशी आपदा: जल शक्ति मंत्रालय ने जताई तीन बादल फटने की आशंका, सेना के 10 जवान लापता
देहरादून/उत्तरकाशी। उत्तरकाशी जनपद के धराली क्षेत्र में सोमवार को आई भीषण आपदा के बाद अब स्थिति और गंभीर होती जा रही है। जल शक्ति मंत्रालय ने अपनी प्रारंभिक रिपोर्ट में यह आशंका जताई है कि क्षेत्र में एक नहीं, बल्कि ढाई घंटे के भीतर तीन स्थानों पर बादल फटने की घटनाएं हुईं।
देखें वीडियो:-
इस आशंका को और बल तब मिला जब सेना ने हर्षिल कैंप से अपने 10 जवानों के लापता होने की सूचना दी। यह जवान कथित तौर पर राहत कार्यों के दौरान संपर्क से बाहर हो गए हैं।
तीन बादल फटने की घटनाएं: मंत्रालय की रिपोर्ट
मंत्रालय की रिपोर्ट के अनुसार:
- पहली घटना धराली गांव में हुई, जहां भीषण तबाही मची।
- दूसरी घटना दोपहर करीब 3 बजे हर्षिल और गंगनानी के बीच सुक्की टॉप के पास दर्ज की गई।
- तीसरी घटना हर्षिल आर्मी कैंप के पास तेल गाड़ क्षेत्र में हुई, जहां मलबा जमा होने से कृत्रिम झील बन गई और भागीरथी नदी के बहाव में अवरोध उत्पन्न हुआ। इसी झील के पानी में हर्षिल हैलीपैड भी जलमग्न हो गया।
राहत कार्यों में बाधाएं, सेना-प्रशासन अलर्ट पर
धराली क्षेत्र में हुई तबाही के कारण प्रशासनिक फोकस वहीं केंद्रित रहा, जिसके चलते आसपास की दूसरी घटनाओं की जानकारी देर से सामने आई। फिलहाल राज्य आपदा प्रबंधन बल (SDRF), सेना और आईटीबीपी के जवान राहत और बचाव कार्यों में जुटे हैं।
मृतकों की संख्या 4, लेकिन नुकसान व्यापक होने की आशंका
देर रात तक चार लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है। हालांकि, मलबे में कई लोगों के दबे होने की आशंका जताई जा रही है। बताया जा रहा है कि आपदा के समय क्षेत्र में हारदुध मेला भी चल रहा था, जिसमें दूरदराज से बड़ी संख्या में लोग आए हुए थे।
सरकार का फोकस राहत और पुनर्वास पर
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने राहत कार्यों की निगरानी के लिए वरिष्ठ अधिकारियों की टीम मौके पर भेजी है। फिलहाल प्राथमिकता घायलों को सुरक्षित स्थानों तक पहुंचाने और जीवित बचे लोगों की सहायता करने पर है, ताकि इस प्राकृतिक विपदा में किसी भी तरह का द्वितीयक संकट उत्पन्न न हो।