उत्तराखंड में मौसम की दोहरी मार। भूस्खलन, बिजली गिरने और बाढ़ की चेतावनी, अलर्ट जारी
Weather Alert: उत्तराखंड में मानसून एक बार फिर कहर ढाने को तैयार है। मौसम विभाग ने 3 और 4 अगस्त को राज्यभर में भारी से बहुत भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। इस चेतावनी को देखते हुए पुलिस और प्रशासन पूरी तरह अलर्ट मोड पर है। विभाग ने लोगों को पहाड़ी क्षेत्रों में अनावश्यक यात्रा से बचने की सलाह दी है।
तेज बारिश के साथ बिजली गिरने और भूस्खलन की चेतावनी
मौसम विभाग का कहना है कि इन दो दिनों के दौरान कई क्षेत्रों में तेज बारिश के साथ बिजली गिरने और भूस्खलन की घटनाएं हो सकती हैं। संवेदनशील इलाकों में चट्टानें खिसकने की आशंका बनी हुई है, जिससे सड़क मार्ग बाधित हो सकते हैं। पहाड़ों पर बसे गांवों और यात्रियों से विशेष सतर्कता बरतने को कहा गया है।
नदियों का जलस्तर बढ़ने और बाढ़ जैसे हालात का खतरा
भारी बारिश का असर मैदानी क्षेत्रों पर भी पड़ेगा। विशेषकर नदियों के किनारे बसे इलाकों में जलस्तर बढ़ने और बाढ़ जैसे हालात बनने की संभावना है। मौसम विभाग के मुताबिक, 5 अगस्त तक राहत के आसार नहीं हैं।
चारधाम यात्रियों को सबसे ज्यादा मुश्किलें
बारिश के मौसम में सबसे ज्यादा परेशानी चारधाम यात्रा पर जाने वाले श्रद्धालुओं को होती है। सड़कें बंद होने या मलबा गिरने की घटनाओं से कई बार यात्री रास्तों में फंस जाते हैं।
2 अगस्त को भी जोशीमठ के पास हेलंग क्षेत्र में एक बड़ा हादसा हुआ, जहां टीएचडीसी की डैम साइट पर अचानक पहाड़ी से पत्थर गिरने लगे। मजदूरों ने किसी तरह भागकर जान बचाई, लेकिन कुछ मजदूर घायल हुए, जिन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया।
इस साल भी मानसून ने बरपाया कहर
हर साल की तरह इस बार भी मानसून ने उत्तराखंड को भारी नुकसान पहुंचाया है। रुद्रप्रयाग जिले की केदारघाटी में हाल ही में हुई भारी बारिश के कारण तीन दिनों तक केदारनाथ यात्रा बंद करनी पड़ी थी।
कई श्रद्धालु रास्तों में फंसे, जिन्हें पुलिस और एसडीआरएफ ने जंगल के रास्तों से सुरक्षित रेस्क्यू किया। 16 जुलाई तक के आंकड़ों के अनुसार, राज्य में 25 लोगों की मौत हो चुकी है और 8 लोग अब भी लापता हैं।