हादसा: खाई में गिरी सेब से लदी पिकअप। दो युवक गंभीर घायल

खाई में गिरी सेब से लदी पिकअप। दो युवक गंभीर घायल

देहरादून। उत्तराखंड में लगातार हो रहे सड़क हादसे थमने का नाम नहीं ले रहे हैं। ताज़ा मामला टिहरी जिले के नैनबाग क्षेत्र का है, जहां यमुना नदी किनारे एक दर्दनाक सड़क हादसा सामने आया है।

दिल्ली-यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग-507 पर रविवार सुबह एक पिकअप वाहन अनियंत्रित होकर सुमन क्यारी के पास 300 मीटर नीचे यमुना नदी किनारे जा गिरा।

यह वाहन उत्तरकाशी जनपद के मोरी क्षेत्र से सेब लादकर विकासनगर की ओर जा रहा था। हादसे के समय पिकअप में चार युवक सवार थे। गिरते समय दो युवक वाहन से छिटककर बाहर जा गिरे, जिन्हें हल्की चोटें आईं, जबकि दो अन्य गंभीर रूप से घायल हुए हैं।

घायलों को नैनबाग अस्पताल लाया गया, जहां से गंभीर हालत को देखते हुए उन्हें 108 सेवा के ज़रिए हायर सेंटर देहरादून रेफर कर दिया गया है।

गंभीर रूप से घायल युवक

  • सुल्तानू लाल, पुत्र बनासू लाल (18 वर्ष)
  • विपिन नेगी, पुत्र सैन सिंह (18 वर्ष)

नैनबाग अस्पताल के नर्सिंग अधिकारी अभिषेक ने पुष्टि की कि दोनों युवकों की हालत चिंताजनक है। वहीं, अन्य दो घायलों को प्राथमिक उपचार के बाद अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है।

अन्य घायल

  • परमेश लाल, पुत्र दिल्लू लाल (25 वर्ष)
  • नवीन, पुत्र शिवदयाल (23 वर्ष), वाहन चालक

थानाध्यक्ष महिपाल सिंह रावत ने बताया कि यह हादसा रविवार सुबह लगभग 6:00 बजे हुआ। राहत एवं बचाव कार्य में पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए सभी घायलों को रेस्क्यू किया।

सड़क हादसे: एक गंभीर समस्या

उत्तराखंड के पहाड़ी क्षेत्रों में लगातार हो रहे ऐसे हादसे राज्य की सड़क सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े कर रहे हैं। बीते दिनों विकासनगर के हरिपुर मीनस मोटर मार्ग पर भी एक पिकअप वाहन टौंस नदी में जा गिरा था, जिसमें एक व्यक्ति घायल हुआ और एक लापता हो गया था।

इन दुर्घटनाओं के बाद प्रशासन कभी-कभी जागता है और औपचारिक “चेकिंग अभियान” चलाए जाते हैं, लेकिन कुछ दिनों बाद सब कुछ फिर पुराने ढर्रे पर लौट आता है। पहाड़ी मार्गों पर चलने वाले भारी वाहनों की नियमित जांच, ड्राइवरों की थकान और ओवरलोडिंग पर नियंत्रण न होना इन हादसों के बड़े कारण हैं।

उत्तराखंड जैसे संवेदनशील राज्य में स्थायी और प्रभावी सड़क सुरक्षा नीति की सख्त आवश्यकता है, ताकि हर सप्ताह इस तरह की घटनाएं समाचार न बनें।