ग्राउंड रिपोर्ट: विकासनगर की सड़क बनी हादसों की ज़मीन, विभाग मौन, जनता परेशान

विकासनगर की सड़क बनी हादसों की ज़मीन, विभाग मौन, जनता परेशान

विकासनगर। विकासनगर-डाकपत्थर मुख्य मार्ग की जर्जर हालत और सड़क में गड्ढों के चलते आए दिन हो रही दुर्घटनाओं ने अब जन आक्रोश का रूप ले लिया है। जन संघर्ष मोर्चा अध्यक्ष एवं जीएमवीएन के पूर्व उपाध्यक्ष रघुनाथ सिंह नेगी के नेतृत्व में मोर्चा टीम ने सड़क का स्थलीय निरीक्षण कर विभागीय लापरवाही के खिलाफ जमकर नाराजगी जाहिर की।

“क्या विभाग किसी बड़ी अनहोनी का इंतजार कर रहा है?”

निरीक्षण के बाद नेगी ने कहा कि सड़क की बदहाली और गड्ढों के कारण कई वाहन पलट चुके हैं और राहगीर घायल हुए हैं, लेकिन लोक निर्माण विभाग (PWD) आंख मूंदे बैठा है। नेगी ने व्यंग्य करते हुए पूछा—“क्या इन गड्ढों को भरने के लिए विभाग को नाबार्ड या IMF से कर्ज लेना पड़ेगा?”

जनप्रतिनिधियों की चुप्पी पर सवाल

नेगी ने जनप्रतिनिधियों पर भी निशाना साधते हुए कहा कि जनता के प्रति उनकी जिम्मेदारी खत्म हो गई है। उन्होंने पूछा, “आखिर संबंधित विधायक और जनप्रतिनिधियों की नज़र इस सड़क पर क्यों नहीं पड़ रही?” उन्होंने विभाग से बरसात के दौरान तत्काल वैकल्पिक उपचार कर सड़क समतलीकरण की मांग की।

विभागीय अधिकारियों से सीधी बात

मौके पर ही रघुनाथ सिंह नेगी ने PWD के प्रमुख अभियंता श्री शर्मा और अधिशासी अभियंता श्री करनवाल से दूरभाष पर वार्ता कर समस्या से अवगत कराया, जिस पर अधिकारियों ने शीघ्र आवश्यक कार्यवाही का आश्वासन दिया।

मोर्चा का चेतावनी भरा ऐलान

नेगी ने चेताया कि यदि शीघ्र कोई समाधान नहीं हुआ तो जन संघर्ष मोर्चा ‘ईंट से ईंट बजा’ देगा। उन्होंने स्पष्ट किया कि मोर्चा किसी भी कीमत पर जनता के साथ हो रहे इस शोषण को सहन नहीं करेगा।

मोर्चा टीम रही मौजूद

निरीक्षण के दौरान मोर्चा टीम के सदस्य विजयराम शर्मा, दिलबाग सिंह, प्रवीण शर्मा ‘पिन्नी’, विनोद जैन, भीम सिंह बिष्ट, अमित जैन, अतुल हांडा, अश्वनी कुमार, यूनुस, प्रमोद शर्मा, नरेंद्र तोमर, नाजिर, सुमेर चंद, नाहिद, जसवीर, भगत सिंह, सोनू सहित कई कार्यकर्ता मौजूद रहे।

प्रशासन और विभाग की उदासीनता ने सड़क को दुर्घटनाओं का गड्ढा बना दिया है। यदि जनप्रतिनिधि, अधिकारी और विभाग समय रहते नहीं चेते, तो जन आंदोलन और सामाजिक आक्रोश की आग दूर तक फैल सकती है।