बिग ब्रेकिंग: उत्तराखंड में आचार संहिता समाप्त, आदेश जारी

उत्तराखंड में आचार संहिता समाप्त, आदेश जारी

देहरादून। उत्तराखंड के 12 जिलों में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव शांतिपूर्ण और सफलतापूर्वक संपन्न हो गए हैं। दो चरणों में कराए गए मतदान और उसके बाद पूरी हुई मतगणना के साथ ही राज्य निर्वाचन आयोग ने सभी जिलों में लगी आदर्श आचार संहिता को समाप्त घोषित कर दिया है।

यह रहा चुनावी गणित

राज्य में पंचायत चुनावों के लिए कुल 66,418 पदों पर चुनाव की अधिसूचना जारी की गई थी, जिनमें शामिल थे:

  • प्रधान पद: 7,499
  • क्षेत्र पंचायत सदस्य: 2,974
  • जिला पंचायत सदस्य: 358
  • ग्राम पंचायत सदस्य: 55,587

इनमें से 22,429 प्रत्याशी निर्विरोध निर्वाचित हुए, जबकि 32,907 पदों पर नामांकन ही नहीं हुआ, जिससे ये पद रिक्त रह गए। शेष 11,082 पदों के लिए दो चरणों  24 और 28 जुलाई में मतदान संपन्न कराया गया।

इन पदों के लिए कुल 32,580 उम्मीदवारों ने चुनावी मैदान में ताल ठोकी थी। मतगणना गुरुवार को शुरू हुई, और शनिवार शाम तक सभी परिणाम आ गए।

मतदाताओं की जागरूकता और शांतिपूर्ण प्रक्रिया

पंचायत चुनावों में मतदाताओं की भागीदारी उल्लेखनीय रही। किसी भी जिले में किसी बड़ी हिंसात्मक घटना की सूचना नहीं मिली, जिससे यह स्पष्ट होता है कि मतदाताओं, उम्मीदवारों और प्रशासन के सामूहिक प्रयासों से लोकतंत्र का यह पर्व सफल रहा।

राजनीतिक समीकरणों पर असर

विधानसभा चुनावों की पूर्व भूमिका में देखे जा रहे इन चुनावों में निर्दलीय उम्मीदवारों का दबदबा रहा। कई जिलों में भाजपा और कांग्रेस को पीछे छोड़ते हुए स्वतंत्र प्रत्याशियों ने बाजी मारी है। इससे आने वाले समय में जिला पंचायत अध्यक्ष के चुनावों में रोचक समीकरण बन सकते हैं।

इस बार का पंचायत चुनाव जहां निर्विरोध जीत की बड़ी संख्या और रिक्त पदों के चलते चर्चा में रहा, वहीं यह भी एक गंभीर संकेत है कि राज्य के कुछ हिस्सों में चुनावी सहभागिता में गिरावट आई है। निर्वाचन आयोग को भविष्य में ऐसे रिक्त पदों को भरने के लिए रणनीति बनानी होगी।