बड़ी खबर: नैनीताल में पुलिस-सभासद टकराव। तीन दिन में कार्रवाई का अल्टीमेटम, कांस्टेबल को पड़ा दौरा

नैनीताल में पुलिस-सभासद टकराव। तीन दिन में कार्रवाई का अल्टीमेटम, कांस्टेबल को पड़ा दौरा

नैनीताल। नगर पालिका सभासदों और व्यापारिक संगठनों ने गुरुवार को मल्लीताल कोतवाली में जमकर हंगामा किया। यह विवाद उस वक्त भड़क उठा जब एक सभासद ने पुलिस द्वारा अभद्रता का आरोप लगाया और पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठाते हुए धरने पर बैठ गए।

मामला इतना गरमा गया कि सफाई कर्मचारी यूनियन, जिला बार एसोसिएशन, होटल एसोसिएशन और व्यापार मंडल तक को समर्थन में उतरना पड़ा।

मामला अपर मॉल रोड के सभासद पूरन बिष्ट से जुड़ा है, जो अपने परिजनों को जान से मारने की धमकी की शिकायत लेकर कोतवाली पहुंचे थे।

आरोप है कि शिकायत दर्ज कराने के दौरान पुलिसकर्मियों ने न सिर्फ पूरन बिष्ट बल्कि अन्य सभासदों के साथ भी अभद्रता की। इससे नाराज सभासदों के साथ पालिकाध्यक्ष सरस्वती खेतवाल भी मौके पर पहुंचीं और सभी ने कोतवाली के बाहर धरना शुरू कर दिया।

तीन दिन में कार्रवाई का भरोसा, तब तक धरना स्थगित

सभा स्थल पर पहुंचे सीओ प्रमोद शाह ने पालिकाध्यक्ष और सभासदों से वार्ता की। पुलिस की ओर से तीन दिन का समय मांगा गया है, जिसमें आरोपों की जांच कर कार्रवाई का भरोसा दिलाया गया।

आंदोलनकारी सभासदों ने कहा कि अगर जनप्रतिनिधियों के साथ पुलिस इस तरह का व्यवहार करती है, तो आम नागरिकों की स्थिति की कल्पना भी नहीं की जा सकती।

विवाद के बीच एक आरोपी कॉन्स्टेबल को आया दौरा

हंगामे के दौरान माहौल उस समय और गंभीर हो गया जब एक आरोपी कॉन्स्टेबल को अचानक दौरा पड़ गया। तुरंत डॉक्टरों की टीम बुलाई गई और उन्हें अस्पताल पहुंचाया गया।

सभासदों ने पुलिसकर्मियों के तत्काल ट्रांसफर और निष्पक्ष जांच की मांग की है। यदि मांगे नहीं मानी गईं तो आंदोलन को और व्यापक करने की चेतावनी दी गई है।