बड़ी खबर: हल्द्वानी में शारदा मार्केट की 78 दुकानों पर चला बुलडोज़र, दो अधिकारी अटैच

हल्द्वानी में शारदा मार्केट की 78 दुकानों पर चला बुलडोज़र, दो अधिकारी अटैच

  • कारोबारी को नोटिस, नजूल भूमि पर बिना नक्शा पास कर बनाए गए थे मॉलनुमा निर्माण

हल्द्वानी। हल्द्वानी के शारदा मार्केट में अवैध निर्माण के एक बड़े मामले में जिला विकास प्राधिकरण ने बड़ी कार्रवाई करते हुए 78 अवैध दुकानों को तोड़ दिया है। यह सभी दुकानें नजूल भूमि पर बिना किसी अनुमति और नक्शा पास कराए बनाई गई थीं।

साथ ही, इस घोटाले में लापरवाही बरतने के आरोप में प्राधिकरण के सहायक अभियंता (AE) अभिषेक कुमार और जूनियर इंजीनियर (JE) आशुतोष को नैनीताल मुख्यालय अटैच कर दिया गया है।

क्या है पूरा मामला?

सूत्रों के मुताबिक, नैनीताल रोड चौड़ीकरण की आड़ में एक पुराना होटल अवैध रूप से मॉल में तब्दील कर दिया गया था। इस निर्माण के तहत करीब 78 दुकानें खड़ी कर दी गईं, वह भी बिना किसी अधिकृत नक्शे या प्राधिकरण की मंजूरी के। यह निर्माण नजूल भूमि पर किया गया, जिस पर निजी निर्माण पूर्णत: अवैध माना जाता है।

स्थानीय पार्षद ने उठाई थी आवाज

स्थानीय पार्षद ने इस मुद्दे को जोरशोर से उठाया, जिसके बाद विभाग में हड़कंप मच गया। विभागीय अधिकारियों की टीम मौके पर पहुंची और अवैध निर्माण पर चालान की कार्रवाई की गई।

लेकिन कारोबारी ने निर्माण कार्य जारी रखा। इस लापरवाही पर सख्त रुख अपनाते हुए जिला विकास प्राधिकरण ने निर्माण को अवैध घोषित कर सभी दुकानों को ध्वस्त कर दिया।

AE और JE पर कार्रवाई

जिला विकास प्राधिकरण के सचिव विजय नाथ शुक्ला ने जानकारी देते हुए बताया कि प्रारंभिक जांच में एई और जेई की भूमिका संदिग्ध पाई गई है। दोनों अधिकारियों को नैनीताल अटैच कर दिया गया है। मामले में विस्तृत जांच के आदेश दिए गए हैं।

कारोबारी को नोटिस जारी

विकास प्राधिकरण ने अवैध निर्माण करने वाले कारोबारी को नोटिस जारी कर जवाब तलब किया है। जांच पूरी होने के बाद आवश्यक कानूनी कार्रवाई की जाएगी। प्राधिकरण के अनुसार दोषियों को किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा।

प्रशासन पर भी उठे सवाल

इस मामले ने प्रशासन की कार्यप्रणाली पर भी सवाल खड़े कर दिए हैं। नजूल भूमि पर इतने बड़े स्तर पर निर्माण हो जाना और विभागीय अधिकारियों को इसकी भनक तक न लगना, कहीं न कहीं मिलीभगत या घोर लापरवाही को दर्शाता है।