देहरादून के एक गांव के सालों से दो परिवार निवासी, मतदाता सूची में 122 नाम दर्ज
रिपोर्ट- अमित भट्ट
नैनीताल। हाईकोर्ट के समक्ष पंचायत चुनाव की तैयारियों के बीच एक ऐसा प्रकरण उजागर हुआ है, जो बेहद चौंकाने वाला है। देहरादून में एक गांव ऐसा भी है, जहां सालों से महज 02 परिवार निवास कर रहे हैं, लेकिन गांव की मतदाता सूची में 122 नाम दर्ज हैं।
यह मामला देहरादून की डोईवाला तहसील के सतेली नाहीकला गांव का है। प्रकरण में गंभीर रुख दिखाते हुए हाई कोर्ट ने राज्य सरकार को जिलाधिकारी देहरादून की ओर से मतदाता सूची की जांच को बनाई कमेटी को 06 सप्ताह के भीतर जांच पूरी कर मतदाता सूची में सुधार का आदेश दिया है।
गुरुवार को वरिष्ठ न्यायमूर्ति मनोज कुमार तिवारी व न्यायमूर्ति आशीष नैथानी की खंडपीठ में देहरादून जिले की ग्राम सतेली निवासी महिपाल सिंह की जनहित याचिका पर सुनवाई की गई।
याचिका में कहा गया है कि उनके गांव में केवल 02 ही परिवार वर्तमान में निवास कर रहे हैं। अन्य परिवार रोजगार की वजह से पलायन कर चुके हैं। जब पंचायत चुनाव की वोटर लिस्ट का सत्यापन हुआ तो 122 लोगो के नाम वोटर लिस्ट में दर्ज पाए गए।
याचिका में कहा गया कि ऐसा ही हाल अन्य जिलों के गांवों का भी है। आरोप लगाया गया कि अधिकारी गांव की मतदाता सूची के आधार पर गांव के विकास के बहाने योजनाओं का धन हड़प रहे हैं।
याचिका में मतदाता सूची का फिर से सत्यापन करने की प्रार्थना की गई है। ताकि सरकारी योजनाओं का दुरुपयोग न हो। यह आशंका भी व्यक्त की गई है कि इस तरह की गड़बड़ी से आगामी पंचायत चुनाव प्रभावित हो सकते हैं।