झटका: घरेलू गैस सिलेंडर हुआ महंगा, आपकी जेब पर पड़ेगा सीधा असर

घरेलू गैस सिलेंडर हुआ महंगा, आपकी जेब पर पड़ेगा सीधा असर

देहरादून। केंद्र सरकार ने सोमवार रात एलपीजी सिलेंडर के दाम बढ़ा दिए हैं। आज से घरेलू गैस सिलेंडर 50 रुपए महंगा हो गया है। अभी दिल्ली में गैस सिलेंडर 803 रुपए में मिलता है। दाम बढ़ने के बाद कीमत 853 रुपए हो जाएगी।

वहीं उज्ज्वला योजना के लाभार्थियों के गैस सिलेंडर की कीमत 600 से बढ़कर 650 रुपए हो जाएगी। इससे पहले सरकार ने पिछले साल महिला दिवस पर सिलेंडर के दामों में 100 रुपए की कटौती की थी।

जिसके बाद राजधानी दिल्ली में मंगलवार से 14.2 किलो के घरेलू सिलेंडर 853 रुपये का मिलेगा। कल तक ये सिलेंडर 803 रुपये का मिल रहा था।

कोलकाता में अभी तक 829 रुपये का सिलेंडर मिल रहा था जो अब 879 रुपये का हो गया है। मुंबई में 802.50 रुपये का मिलने वाली गैस अब 85250 रुपये की मिलेगी। दक्षिण के चैन्नई में 81850 रुपये की जगह 858.50 रुपये का मिलेगा।

इससे पहले पिछले साल 1 अगस्त 2024 को रेट बदले थे। जिसके बाद 7 अप्रैल 2025 को दामों में बढ़ोत्तरी की गई है। लखनऊ में एलपीजी गैस का नया रेट आज से 890.50 हो गया है।

शहर के हिसाब से देखें:-

  • पटना में एलपीजी सिलेंडर 951 रुपये हो गया है।
  • जयपुर में 856 रुपये प्रति गैस सिलेंडर के हिसाब से मिलने वाला है।
  • देहरादून में 850.50 रुपये के हिसाब से मिलेगा।
  • शिमला में सिलेंडर 89750 रुपये
  • भोपाल में 858.50 रुपये का सिलेंडर रिफिल किया जाएगा।
  • श्रीनगर में 969 रुपये,
  • इंदौर में 881 रुपये,
  • गांधी नगर में 878.50 रुपये
  • अंडमान में 929 रुपये का सिलेंडर मिलेगा।
  • डिब्रूगढ़ असम) में 852 रुपये
  • विशाखापट्टनम में 861 रुपये
  • कारगिल में 985.50 रुपये का मिलने वाला है।

पेट्रोलियम मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने कहा- ऑयल मार्केटिंग कंपनियों को लागत से कम कीमत पर सिलेंडर बेचने के कारण लगभग 41,000 करोड़ रुपए का नुकसान हुआ है। इस घाटे को कम करने के लिए कीमतें बढ़ाने का फैसला लिया गया।

वहीं केंद्र सरकार ने पेट्रोल-डीजल पर एक्साइज ड्यूटी 2 रुपए प्रति लीटर बढ़ा दी है। अभी सरकार पेट्रोल पर 19.90 रुपए लीटर और डीजल पर 15.80 रुपए लीटर एक्साइज ड्यूटी वसूल रही है।

इस बढ़ोतरी के बाद पेट्रोल पर 21.90 रुपए लीटर और डीजल पर 17.80 रुपए लीटर ड्यूटी लगेगी। जो एक्साइज ड्यूटी बढ़ाई गई है ये तेल कंपनियों को अपनी कमाई में से देनी होगी।

कंपनियां इसे पेट्रोल-डीजल की कीमतों में बढ़ोतरी करके आम लोगों से नहीं वसूलेगी। पानी पेट्रोल-डीजल के दाम नहीं बढ़ेंगे। ये खर्चा पेट्रोलियम कंपनियां उठाएंगी।