प्रत्याशियों के नामांकन निरस्त होने पर नगर निगम पर कांग्रेस का हंगामा। जमकर प्रदर्शन
देहरादून। देहरादून नगर निगम के चुनाव में कांग्रेस के पार्षद पदों के प्रत्याशियों के नामांकन निरस्त किए जाने के बाद कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने जमकर हंगामा किया।
कांग्रेसियों का आक्रोश देखकर पुलिस के भी हाथ पांव फूल गए। इस दौरान कांग्रेस पदाधिकारियों ने रायपुर क्षेत्र से भाजपा विधायक उमेश शर्मा काऊ पर जानबूझकर नामांकन निरस्त करने का आरोप लगाया।
उस दौरान विधायक काऊ भी नगर निगम में ही थे। गुस्साए कांग्रेस कार्यकर्ता उनकी तरफ लपके तो पुलिस ने उन्हें बचाते हुए रिटर्निंग अधिकारी के कार्यालय में बैठा दिया। करीब घंटेभर तक विधायक उमेश शर्मा काऊ कार्यालय में ही बैठे रहे।
दरअसल, वार्ड 49 भगत सिंह कालोनी से इलियास अंसारी ने कांग्रेस से पर्चा भरा था। इसी वार्ड से इलियास के पुत्र वसीम अंसारी ने निर्दलीय के रूप में नामांकन कराया था। इस नामांकन पर आपत्ति लगाई गई कि पिता-पुत्र ने सरकारी भूमि पर अतिक्रमण किया है।
हालांकि, दोनों के पास नगर निगम की एनओसी थी। वहीं, एक अन्य मामले में मकान मालिक के अवैध निर्माण पर वहां किराए पर रह रहे कांग्रेस के प्रत्याशी का नामांकन भी निरस्त करने की तैयारी थी।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व अध्यास प्रीतम सिंह ने आरोप लगाया कि भाजपा सरकार के दबाव में कांग्रेस प्रत्याशियों के नामांकन को अलोकतांत्रिक तरीके से निरस्त किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि सत्ता के दबाव में अधिकारियों और पुलिस का आचरण बेहद निंदनीय और अस्वीकार्य है। कांग्रेस पदाधिकारियों ने कहा कि जो प्रत्याशी चौथी और पांचवीं बार चुनाव लड़ रहे हैं, उन्हें इस तरह चुनाव से बाहर करना मर्यादा के विपरीत है।
इस दौरान कांग्रेस पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं ने जमकर विरोध किया। कई बार पुलिस और कांग्रेसियों के बीच भारी धक्का मुक्की की स्थिति भी पैदा हुई। इस दौरान कुछ व्यक्तियों के साथ झड़प की बात भी सामने आई है।
संभवतः वह आपत्ति दर्ज कराने वाले थे। भाजपा विधायक पर भी कांग्रेस कार्यकर्ताओं का गुस्सा फूटा। कई कार्यकर्ता भाजपा विधायक उमेश शर्मा काऊ को पकड़ने भी दौड़ पड़े थे।