हरिद्वार की फार्मा कंपनियों पर ड्रग विभाग की पैनी नजर। निरीक्षण जारी
रिपोर्ट- सलमान मलिक
हरिद्वार। उत्तराखंड में बनी 11 दवाओं के सैंपल जांच में फेल होने के बाद हड़कंप मच गया था। इनमें से कई दवाएं हरिद्वार के सिडकुल स्थित फार्मा कंपनियों में तैयार की गई थीं।
गड़बड़ी सामने आने के बाद इन दवाओं को बाजार से तुरंत वापस मंगवाया गया और दवा निर्माण में लापरवाही के चलते करीब नौ फार्मा कंपनियों के लाइसेंस निलंबित कर दिए गए थे।
अब दोबारा इन कंपनियों में दवाओं का उत्पादन शुरू हो चुका है, लेकिन इस बार गुणवत्ता और मानकों पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। दवाओं की गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिए सीडीएससीओ और ड्रग्स इंस्पेक्टर हरिद्वार अनीता भारती लगातार फार्मा कंपनियों का निरीक्षण कर रही हैं।
ड्रग्स इंस्पेक्टर अनीता भारती का कहना है कि, कंपनियों की सघन जांच की जा रही है ताकि दवाओं की गुणवत्ता में किसी भी प्रकार की लापरवाही न हो।
उन्होंने यह भी कहा कि स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और मानकों का उल्लंघन करने वाली कंपनियों पर सख्त कार्रवाई जारी रहेगी।
स्वास्थ्य विभाग और प्रशासन की इस सख्ती के चलते फार्मा कंपनियों में हड़कंप है। वहीं आम जनता की सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए दवाओं के निर्माण पर लगातार निगरानी रखी जा रही है।