लचर व्यवस्था की खुली पोल। घायल बुजुर्ग महिला को कंधों पर लादकर पहुंचाया अस्पताल
उत्तराखंड में प्रशासन की पोल खोलती एक और तस्वीर सामने आई है। बता दें कि, कीर्तिंनगर ब्लॉक में गांव तक सड़क ना होने के कारण स्थानीय ग्रामीणों ने घायल बुजुर्ग महिला को बमुश्किल कंधों पर लादकर सड़क तक पहुंचाया। जहां से उन्हें बेस अस्पताल श्रीकोट में भर्ती कराया गया।
जानकारी के अनुसार थाती डागर ग्राम सभा के कुलेड़ी नामक तोक के ग्रामीण लंबे अरसे से सड़क की मांग कर रहे हैं। स्थानीय ग्रामीणों को आए दिन गांव तक पहुंचने के लिए तीन किलोमीटर की खड़ी चढ़ाई पार करनी पड़ती है।
जबकि गांव तक सड़क स्वीकृत है, लेकिन फिर भी सड़क का कार्य नहीं हो पाया है। ग्रामीण लंबे समय से मार्ग बनने का इंतजार कर रहे हैं।
एक स्थानीय निवासी हर्षवर्धन जोशी ने बताया कि, उनकी 62 साल की पत्नी छापा देवी का पैर फिसलने से टूट गया था, जिसके बाद उसे डंडी-कंडी के सहारे तीन किमी पगडंडी को पार कर सड़क तक पहुंचाया गया और वहां से उनकी पत्नी को बेस अस्पताल श्रीकोट लाया गया, जहां उनका उपचार चल रहा है।
बताया कि, हमारे गांव में जब भी कोई बीमार होता है। ऐसे ही परेशानी का सामना करना पड़ता है, अब तो यहां के लोगों की यह आदत बन गई है।
बलबीर सिंह रावत ने बताया कि, पिछले लंबे समय से उनके गांव में जाने के लिए पक्की सड़क नहीं है। बीमार होने पर लोगों को डंडी-कंडी के सहारे इसी तरह लाया जाता है।
इस संबंध में कई बार स्थानीय विधायक को अवगत करवाया गया है, रोड के सर्वे का काम हुआ है, लेकिन अभी तक सड़क नहीं बन सकी है, जिसका खामियाजा स्थानीय लोग भुगत रहे है।