बहुउद्देशीय किसान सेवा सहकारी समितियों के आरोपियों पर ED का शिकंजा, 3.80 करोड़ की संपत्ति जब्त
प्रवर्तन निदेशालय (ED) की देहरादून शाखा मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में निरंतर बड़ी कार्रवाई को अंजाम दे रही है। अब ED के अधिकारियों ने देहरादून के विकासनगर में बहुउद्देशीय किसान सेवा सहकारी समितियों (MPACS) में किए गए जनता के धन के गबन पर आरोपियों पर शिकंजा और कस दिया है।
आरोपियों की करीब 3.8 करोड़ रुपये की संपत्ति अनंतिम रूप से कुर्क करने के बाद ईडी ने विशेष न्यायालय (PMLA) में अभियोजन शिकायत दर्ज कराई है। इसी क्रम में कोर्ट ने ED अभियोजन शिकायत का संज्ञान भी ले लिया है।
ED से प्राप्त जानकारी के जनता के धन के गबन से संबंधित एक मामले में भारती देवी, तत्कालीन लेखा सहायक, बहुउद्देशीय किसान सेवा सहकारी समितियां लिमिटेड और उनके बेटे रवि कुमार के खिलाफ 30.07.2024 को विशेष न्यायालय (PMLA), देहरादून के समक्ष अभियोजन शिकायत (PC) दायर की गई थी।
अब न्यायालय ने पीसी का संज्ञान लिया है। दरअसल, ईडी ने आईपीसी, 1860 की विभिन्न धाराओं के तहत विकासनगर थाना, देहरादून, उत्तराखंड द्वारा दर्ज की गई FIR के आधार पर जांच शुरू की।
ED की जांच से पता चला कि आरोपी भारती देवी ने MPACS और जनता के फंड का गबन करने के लिए MPACS, विकासनगर के रिकॉर्ड/दस्तावेजों में हेरफेर किया है। आरोपी ने अपने मौद्रिक लाभ के लिए सहकारी समिति और जनता के धन का गबन करने के लिए विभिन्न तरीकों का इस्तेमाल किया है।
ED की जांच में यह भी पता चला कि गलत तरीके से अर्जित धन का इस्तेमाल उसके बेटे रवि कुमार के नाम पर अचल संपत्ति हासिल करने के लिए किया। जिसमें देहरादून जिले में स्थित एक इमारत भी शामिल है। लिहाजा, 62 लाख रुपये की इस संपत्ति को अटैच करने के साथ ही कुर्की की कार्यवाही भी की गई।
इससे पहले ED ने 3.18 करोड़ रुपये का PAO जारी किया गया था, जिसकी पुष्टि न्यायाधिकरण ने की है। इस प्रकार इस मामले में कुल कुर्की 3.80 करोड़ रुपये की है। प्रकरण में जांच अभी गतिमान है।